संवाददाता सचिन पाण्डेय
उन्नाव।समाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार से अनुदानित, दिव्यांग सशक्तीकरण विभाग उ0प्र0 से पंजीकृत एवं जाॅनसन एकेडमिक इंस्टीट्यूट द्वारा संचालित जाॅनसन मूक-बधिर आवासीय विद्यालय, सिविल लाइन्स, उन्नाव में आयोजित समारोह के दौरान जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे द्वारा 72 दिव्यांग बच्चों को स्वेटर, कम्बल एवं उपहार वितरित किए गए।
कार्यक्रम में विद्यालय के दिव्यांग बच्चों द्वारा सरस्वती वंदना, स्वागत गीत एवं विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रदर्शन किया गया, जिसकी जिलाधिकारी द्वारा सराहना व्यक्त की गयी। इस दौरान जिलाधिकारी द्वारा विद्यालय परिसर, छात्रावास, क्लासरूम आदि का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की जानकारी ली गयी।
समारोह में जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी अमित सोनकर द्वारा दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग उ0प्र द्वारा संचालित महत्वपूर्ण एवं कल्याणकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गयी। उन्होंने बताया कि उ0प्र0 सरकार द्वारा दिव्यांगजन हेतु संचालित दिव्यांग भरण-पोषण अनुदान(दिव्यांग पेंशन), दिव्यांग शादी-विवाह प्रोत्साहन योजना, शारीरिक रूप से अक्षम व्यक्तियों हेतु कृत्रिम अंग/सहायक उपकरण योजना, दुकान निर्माण/संचालन योजना, विशिष्टि दिव्यांगता पहचान पत्र (यू0डी0आई0डी0) योजना, एन0एच0एफ0डी0सी0 योजना, मोटराइज्ड ट्राईसाइकिल एवं शल्य चिकित्सा योजना आदि का लाभ प्राप्त करने हेतु किसी भी कार्य दिवस में जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण कार्यालय, उन्नाव से सम्पर्क कर इन योजनाओं का लाभ निःशुल्क प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने जानकारी दी कि दिव्यांग भरण-पोषण अनुदान(दिव्यांग पेंशन) के अन्तर्गत 1,000 रूपये तथा कुष्ठावस्था पेंशन योजना के अन्तर्गत कुष्ठ रोग से ग्रसित दिव्यांगजनों को 3,000 रूपये प्रति माह की दर से भरण-पोषण अनुदान दिया जाता है। कृत्रिम अंग/सहायक उपकरण योजना के अन्तर्गत न्यूतम दिव्यांगता 40 प्रतिशत होने की स्थिति में ट्राईसाइकिल, कान की मशीन, व्हीलचेयर, वैशाखी, ब्लाइन्ड स्टिक आदि उपकरण निःशुल्क दिए जाते है। शल्य चिकित्सा योजना के अन्तर्गत 0 से 16 वर्ष के बच्चों की पोलियो करेक्टिव सर्जरी एवं 0 से 05 वर्ष तक के श्रवण बाधित बच्चों की काॅक्लियर इम्प्लांट सर्जरी कराए जाने का प्रावधान है। इसके अलावा अन्य कई दिव्यांगजन कल्याण कारी योजनाएं भी संचालित हैं।