-रिपोर्ट: शिवांशु शुक्ला
कानपुर पुलिस प्रशासन की लचर व्यवस्था और पीड़ितों की नहीं की सुनवाई का मामला फ़िर आया सामने।
पीड़ित परिवार की मौके पर पहुंची पुलिस प्रशासन से तीखी कहा सुनी भी हुई।
सनिगवां गांव निवासी मृतक अजीत कुशवाहा के परिवार वालों के अनुसार दो दिन पूर्व चकेरी थाना पुलिस प्रशासन को अजीत के लापता होने की सूचना दी और लिखित में तहरीर भी दिया था, लेकिन चकेरी थाना पुलिस प्रशासन ने मामले को अनदेखा कर दिया था।
वहीं क्षेत्रीय पुलिस की अनदेखी से मृतक का परिवार उसको स्वयं ढूंढ़ने निकला तो गांव के ही एक खेत में अजीत की चप्पल और खून से सने हुए कपड़े मिले, वहीं दफ़न अजीत की लाश को जानवर गढ्ढे खोदकर खाने की कोशिश में थे।
पीड़ित परिवार ने पुलिस प्रशासन को जानकारी दी लेकिन न ही फॉरेंसिक टीम पहुंची और न ही पुलिस।आक्रोशित परिवार ने देर शाम को स्वयं गढ्ढे को खोदा और लाश को बाहर निकाला तभी लाश बाहर आते ही परिवार वालों का हंगामा सुनते ही पुलिस मौके पर पहुंची और आक्रोशित भीड़ को शांत कराया।
बताया जाता है कि वही डीसीपी पूर्वी श्रवण सिंह ने पुलिस फोर्स भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
पीड़ित परिवार के अनुसार चकेरी थाना प्रभारी अशोक दुबे और थाने की पुलिस ने शिक़ायत के बावजूद मामले को अनदेखा किया है।