
नगर संवाददाता सचिन पाण्डेय
उन्नाव। बीघापुर के संदोही माता मंदिर से मुख्य यजमान अनिल बाजपेई गुड्डू भईया सहधर्मिणी अलका बाजपेई ने वाराणसी से पधारे आचार्य वृंदों के साथ कलश पूजन कराने के उपरांत सिर पर पोथी धारण कर कलश यात्रा की शुरुआत करायी। शुकतीर्थ से पधारे सुविख्यात कथा प्रवक्ता विज्ञानानंद सरस्वती जी महाराज की अगुवाई में कई सैकड़ा पीत वस्त्रधारिणी महिलाओं और श्रद्धालुओं ने बैंड बाजे, ढोल तांसे, झांकियों के साथ झूमते नाचते यात्रा सिद्धपीठ गोदावलेश्वर महादेव मंदिर के दिव्य प्रांगण में साजाए गए भव्य पण्डाल में पहुँची। कलश स्थापना मंच पर कराने के बाद प्रसाद वितरण हुआ। महाराजश्री ने पहले दिन की कथा में प्रवेश कराते हुए श्रीमद्भागवत कथा पुराण के महात्म्य का वर्णन किया और कहा जो व्यक्ति मन से इस पावन कथा को सुनता है, उसका मोक्ष सुनिश्चित है। शरीर मन और वाणी से होने वाले पापों का नाश करती है कथा। ईश्वर अकारण ही पूरी सृष्टि पर कृपा बरसाते हैं अतः भगवान द्वारा प्रदत्त इस पावन पुराण का श्रवण कर मनुष्य को भगवान की सदैव कृपा प्राप्त करने का मार्ग अवश्य प्राप्त करना चाहिए। कथा का संचालन कर रहे डॉ मनीष सिंह सेंगर ने बताया कि मुख्य यजमान अनिल बाजपेई गुड्डू भईया द्वारा मातृ पितृ गया के उपरांत कथा का आयोजन किया गया है। कथा व्यवस्थापन कर रहे भक्ति संगम एवम सेवा संस्थान से अभिषेक शुक्ला, राहुल कश्यप ने कई चैनल पर कथा का लाइव प्रसारण कराया। दिवस यजमान नवल किशोर त्रिपाठी, बीघापुर नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि सुधीर बाजपेई, अंजू बाजपेई, दिलीप बाजपेई, पूजा बाजपेई, प्रदीप बाजपेई, साकेत त्रिपाठी, नीरू त्रिपाठी, महेश बिहारी बाजपेई, सविता बाजपेई, विनीत त्रिपाठी, साधना त्रिपाठी आदि ने कथा प्रारंभ और विश्राम आरती में शामिल होकर ज्यादा से ज्यादा संख्या में क्षेत्रवासियों से कथा का पुण्यलाभ अर्जित करने की अपील की।