उन्नाव।विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के अवसर पर निराला प्रेक्षागृह में आयोजित अभिलेख प्रदर्शनी का शुभारंभ विधायक सदर पंकज गुप्ता तथा जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे द्वारा किया गया। इस मौके पर विभाजन में जान गंवाने वालों को मौन धारण कर श्रद्धांजली अर्पित की गयी तथा विभाजन की त्रासदी का दंश झेलने वाले परिवारों को अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में उपस्थित विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को भारत विभाजन विभीषिका से जुड़ी फिल्म/डाॅक्यूमेंट्री दिखाकर तथा तत्समय की पुस्तकों तथा साहित्य की प्रदर्शनी लगाकर 1947 में विभाजन के दौरान लोगों के कष्ट और संघर्ष से परचित कराया गया। 1946-47 भारत विभाजन की त्रासदी का समय यातनाओ, अमानवीय व्यवहारों, अभूतपूर्व विस्थापन व नरसंहार का इतिहास है। आज का दिन 14 अगस्त 1947 को देश के बंटवारे के दौरान विस्थापन का दर्द झेलने वाले लोगों की याद में मनाया जाता है।
इस अवसर पर विभाजन के दौरान विस्थापित हुए परिवारों से आमंत्रित साधूराम राजपाल तथा शीलवंती तनेजा द्वारा विभाजन के दौरान अपने संघर्ष तथा आपबीती की कहानी उपस्थित जनसमूह से शेयर की गयी। जनपद उन्नाव के रहने वाले राजपाल पाकिस्तान के सिंध प्रांत के जिला सक्खर के ग्राम पन्ना आकिल तथा शतनेजा पाकिस्तान के सिंध प्रांत के जिला सक्खर के ग्राम दहरकी से विस्थापित हुए हैं।