शियोमी पर भारत में विदेश मुद्रा कानूनों के उल्लंघन का आरोप लगाया गयया है।
ईडी के आधिकारिक ट्विटर में एक पोस्ट जारी किया गया है जिसमें एजेंसी ने खुलासा किया है कि ईडी ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम, 1999 के प्रावधानों के तहत बैंक खातों में पड़े मेसर्स श्याओमी टेक्नोलॉजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के 5551.27 करोड़ रुपये जब्त किया हैं।
इसके साथ ही ईडी ने खुलासा किया है कि वह दिसंबर 2021 से शियोमी की जांच कर रहा है जिसमें पाया गया है कि कंपनी ने तीन विदेशी-आधारित संस्थाओं को रॉयल्टी भुगतान की आड़ में धन रेमिटंस किया था।
शियोमी ने इस बीच एक आधिकारिक बयान जारी किया है जिसमें शियोमी ने तीन विदेशी-आधारित संस्थाओं से किसी भी सेवा का लाभ उठाने से इनकार किया है। “ये रॉयल्टी भुगतान जो शियोमी इंडिया ने किया था, वह हमारे भारतीय संस्करण उत्पादों में उपयोग की जाने वाली इन-लाइसेंस तकनीकों और आईपी के लिए था।शियोमी इंडिया के लिए इस तरह के रॉयल्टी भुगतान करना एक वैध वाणिज्यिक व्यवस्था है। कंपनी ने आगे कहा कि वह “किसी भी गलतफहमी को स्पष्ट करने” के लिए सरकारी अधिकारियों के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।