संवाददाता सचिन पाण्डेय
उन्नाव।बीघापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत गांधीनगर की रहने वाली संगीता देवी ने कथित तौर पर दरोगा पर आरोप लगाया है। कि बीघापुर थाने के दरोगा अबू मोहम्मद कासिम में मेरे पुत्र विशाल कुमार (दसवीं कक्षा का छात्र)को एक झूठे मुकदमे में फसा दिया उसके बाद जेल भी भेज दिया। पीड़ित महिला ने बताया दरोगा अबू कासिम ने मुझे बताया था कि तुम्हारा पुत्र पूरी तरह से बेकसूर है परंतु चोरी के प्रकरण में गिरफ्तार युवक ने बयान दिया है कि मेरे साथ विशाल कुमार(पीड़िता का पुत्र) भी थे जिसके बाद हमने कार्यवाही करी।
“यदि आपको अपने बेटे को छुड़ाना है तो आप अपनी बेटी को मेरे पास छोड़ जाइए और घर से ₹20,000 ले आइए आपकी लड़की को मैं सुबह घर भिजवा दूंगा।”
सूत्रों के अनुसार जब पीड़िता ने जब यह सब सुना तो वह अपने घर चली आयी।उसी शाम थाने के एक दरोगा हरविंदर सिंह द्वारा पीड़िता के पास समझौते वश फोन जाता रहा। परन्तु पीड़िता ने लोक लज्जा के डर से अपने पुत्र को यथावत छोड़ दिया।
ये है मामला-
थाना बीघापुर क्षेत्र अंतर्गत एक स्कूटी की चोरी हो गई थी जिसके आधार पर मुकदमा पंजीकृत किया गया था। आरोपियों की गिरफ्तारी करने पर आरोपी आलम ने अपने साथी विशाल का नाम घटना में शामिल होना बताया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया।
पुलिस अधीक्षक ने दिए निर्देश-
विशाल की मां ने आज पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर प्रार्थना पत्र देते हुए आरोप लगाया कि उसके बेटे को बिना किसी सबूत के जबरदस्ती फंसाया गया है। महिला ने आरोप लगाया कि उपनिरीक्षक अबू कासिम द्वारा पैसे की मांग की गई है पैसे ना देने पर अबू कासिम द्वारा जानबूझकर उसके बेटे को फंसा दिया गया है। महिला द्वारा लगाए गए आरोपों का संज्ञान लेते हुए नवागत पुलिस अधीक्षक सिद्धांत शंकर मीणा ने अपर पुलिस अधीक्षक शशि शेखर सिंह को जांच सौंपी। अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया की जांच मुझे सौंपी गई है जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
थाना बीघापुर में तैनात दरोगा अबू कासिम पर महिला द्वारा रुपयों की मांग सहित अन्य आरोप लगाते हुए पुलिस अधीक्षक उन्नाव को प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग की। किंतु आरोपी विशाल की मां ने आज पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर प्रार्थना पत्र देते हुए आरोप लगाया कि उसके बेटे को बिना साक्ष्यों के जबरदस्ती फंसाया गया है। महिला ने आरोप लगाया कि उपनिरीक्षक अबू कासिम द्वारा पैसे की मांग की गई है पैसे ना देने पर आबू कासिम द्वारा जानबूझकर उसके बेटे को फंसा दिया गया है। महिला द्वारा लगाए गए आरोपों का संज्ञान लेते हुए पुलिस अधीक्षक सिद्धांत शंकर मीणा ने अपर पुलिस अधीक्षक शशि शेखर सिंह को जांच सौंपी अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया की जांच मुझे सौंपी गई है जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।