लखनऊ। आसिफी इमामबाड़े से उठने वाला शाही मेहंदी का जुलूस गमजदा माहौल में निकाला गया। मेहंदी की रस्म का पूरा इंतजाम था… बाराती भी समय से जमा हो गए थे। हालांकि, साजों सामान से सजी बारात में सभी बिलख-बिलख कर रो रहे थे। सातवीं मोहर्रम की शाम शनिवार को कर्बला के 13 बरस के शहीद और इमाम हुसैन (अ.स) के भतीजे हजरत कासिम का बड़ा इमामबाड़ा से मेहंदी का जुलूस निकाला गया। मातमी धुन रात के अंधेरे में इस रोशन बारात की दर्द भरी सदाएं बयां कर रही थीं। स्याह लिबास में गमजदा अजादार अपने दुल्हे की मेहंदी के साथ-साथ आगे तो बढ़े, लेकिन सिसकियों के साथ आंसू भी तारी रहे।
वहीं पुलिस प्रशासन की ओर से अराजक तत्वों पर पैनी नजर रही। पश्चिम क्षेत्र के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी चप्पे-चप्पे पर निगाह रखे रहे। वही लखनऊ कमिश्नर के आदेश अनुसार डीसीपी एडीसीपी एवं एसीपी पैदल फ्लैग मार्च कर ड्रोन कैमरों से शरारती तत्वों पर निगाह रखे रहे। उसी दौरान तेज बारिश का भी सामना कर छाते में भी नजर आए अधिकारी, वहीं पश्चिम क्षेत्र के थाना प्रभारी एवं चौकी पुलिस के दल बल के साथ मुस्तैदी से चप्पे-चप्पे पर निगाह रखे रहे। गैर जनपद से आई फोर्स भी मुस्तैदी के साथ चप्पे-चप्पे पर निगाह रखे रहिए। वरिष्ठ अधिकारियों की सरपरस्ती में जुलूस सकुशल संपन्न हुआ।
संवाददाता इरफान कुरेशी की कलम से