
लखनऊ,31 मई। भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किए जाने की मांग अब एक संगठित जनआंदोलन का रूप लेती दिख रही है। राष्ट्रीय युवा वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष देव प्रकाश शुक्ला के नेतृत्व में इस विचार को देशव्यापी बनाने के उद्देश्य से एक 10-सूत्रीय एजेंडा प्रस्तुत किया गया है, जो इन दिनों सोशल मीडिया से लेकर राजनीतिक मंचों तक चर्चा का विषय बना हुआ है।
इस 10-सूत्रीय एजेंडे में राजनीतिक नेतृत्व में बदलाव की बात करते हुए श्रीरामभक्त और राष्ट्रवादी विचारधारा से जुड़े लोगों को सत्ता में लाने की अपील की गई है। इसमें कहा गया है कि शीर्ष राजनीतिक पदों पर उन्हीं लोगों की नियुक्ति हो जो श्रीराम और हिंदुत्व के विचारों को आत्मसात करते हों। अभियान को जनजन तक पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया पर मातृशक्ति और युवाओं को जोड़ने का आह्वान किया गया है, साथ ही सांसदों, विधायकों और मंत्रियों को ज्ञापन देकर “भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करो” की मांग उठाने की रणनीति तय की गई है।
शुक्ला के अनुसार, हर सार्वजनिक संदेश के साथ “भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करो” जोड़ा जाना चाहिए ताकि यह विचार आम जनमानस में रच-बस सके। इसके लिए धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं की एकजुटता जरूरी बताई गई है। शांतिपूर्ण धरना और प्रदर्शन के ज़रिए सरकार पर जनदबाव बनाने की भी योजना बनाई गई है।
इस अभियान में प्रबुद्ध वर्ग—संत, शंकराचार्य, लेखक, वकील, अभिनेता और बुद्धिजीवियों—की भूमिका को अहम मानते हुए उनसे व्यापक चर्चा की अपील की गई है। इसके साथ ही इस आंदोलन को राष्ट्रीय स्तर पर प्रचारित करने के निर्देश जारी किए गए हैं। एजेंडे के अंतिम बिंदु में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को देश का अगला प्रधानमंत्री बनाए जाने का सुझाव दिया गया है, ताकि हिंदू राष्ट्र की परिकल्पना साकार हो सके।
देव प्रकाश शुक्ला का कहना है कि भारत में बहुसंख्यक सनातनी हिन्दुओं को सुरक्षा, न्याय, अधिकार और सुखद भविष्य तभी मिल सकेगा जब भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाएगा। उनका मानना है कि यह आंदोलन अब आरंभिक चरण में जरूर है, लेकिन आने वाले समय में यह देश की राजनीति का केंद्रीय मुद्दा बन सकता है।