लखनऊ । लखनऊ में 2 दिन पहले लखनऊ के बंगाली टोला में 80 साल की महिला को नोच लिया था उनको पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने उनको ट्रॉमा सेंटर के लिए रेफर किया लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। हत्या करने वाले पिटबुल डॉगी को नगर निगम की टीम ने पकड़ लिया है। उसे जरहरा के डॉग सेंटर में रखा गया है। उस पर 4 डॉक्टर 10 दिन तक निगरानी करेंगे। उसके बिहैवियर को जांचेंगे।
बुधवार को नगर निगम की टीम तीन बार आई परंतु डॉग के मालिक अमित त्रिपाठी के न होने के कारण उन्हें खाली हाथ वापिस लौटना पड़ा । दरअसल अमित त्रिपाठी और उनका पूरा परिवार स्वर्गीय सुशीला त्रिपाठी के अंतिम संस्कार में गया हुआ था। ।
गुरुवार को सुबह ही नगर निगम की टीम डॉग मालिक के घर आ गई । लेकिन डॉग मालिक के डॉग के प्रति प्रेम कम नही हुआ पहले तो उन्होंने डॉग को देने से मना कर दिया । फिर अधिकारियों ने उसे समझाया कि ऐसा नहीं करने पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती है। आखिर में उन्होंने डॉगी का चेहरा कपड़े से ढका और गोद में उठाकर उसे नगर निगम की गाड़ी में छोड़ा। अमित काफी भावुक हो गए थे। उन्होंने कहा, ”उनका कुत्ता बिल्कुल शांत था। पता नहीं किस कारणवश उस उस से यह गलती हो गई।” अमित ने अपने पड़ोसियों और कुछ मीडिया पर डॉगी के कैरक्टर एसासिनेशन यानी उसे बदनाम करने का भी आरोप लगाया।
नगर निगम के संयुक्त निदेशक डॉक्टर एके राव ने बताया कि अब उस डॉगी को अगले 7 से 10 दिनों तक जरहरा के सेंटर पर रखा जाएगा। वहां 4 डॉक्टरों की टीम पिटबुल के व्यवहार पर निगरानी रखेगी। उन्होंने बताया कि यह देखा जाएगा कि आखिर में यह कुत्ता इतना हिंसक क्यों हुआ? उसको नगर निगम के सेंटर पर जेल जैसे पिंजरे में रखा गया है। नगर निगम के पशु कल्याण अधिकारी डॉक्टर अभिनव वर्मा ने बताया कि इस डॉगी को स्टेरलाइज भी किया जाएगा।