देवेंद्र तिवारी
उन्नाव। 54 ग्राम विकास अधिकारियों को बुलंदशहर के विभिन्न स्थलों की जांच और अध्ययन के लिए भेजा गया है। यह पहल ग्रामीण क्षेत्रों में कूड़ा प्रबंधन और साफ-सफाई की रणनीतियों को बेहतर बनाने के उद्देश्य से की गई है। मुख्य विकास अधिकारी प्रेम प्रकाश मीणा और डीपीआरओ श्वासवत आनंद सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार से हरी झंडी दिखाकर इन अधिकारियों को रवाना किया। इस एक्सपोजर विजिट का प्रमुख उद्देश्य बुलंदशहर के स्थापित सॉलिड और लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम को समझना और ग्रामीण क्षेत्रों में इसकी प्रासंगिकता का आकलन करना है। अधिकारी विशेष रूप से उन क्षेत्रों का दौरा करेंगे जहां ये सिस्टम प्रभावी ढंग से लागू किए गए हैं, और यह देखेंगे कि कूड़ादान की स्थिति, उनका रखरखाव, और कूड़े का निस्तारण कैसे किया जाता है। इसके साथ ही, VDOS यह भी जानेंगे कि ग्रामीण क्षेत्रों में वॉटर एंड सैनिटेशन प्लान (WSP) कैसे बनाए जा सकते हैं और तालाबों का सौंदर्याकरण किस प्रकार किया जा सकता है। इस यात्रा से प्राप्त जानकारी को उन्नाव जिले में लागू करने की योजना बनाई गई है, जिससे स्थानीय स्तर पर स्वच्छता और कूड़ा प्रबंधन की व्यवस्था को सुदृढ़ किया जा सके। इस पहल से ग्राम विकास अधिकारियों की क्षमताओं को बढ़ाने और ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर स्वच्छता और कूड़ा प्रबंधन के वातावरण को सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी।