रायबरेली, 29 जून 2024 । माननीय जनपद न्यायाधीश तरुण सक्सेना के दिशा-निर्देशन में न्यायिक अधिकारियों की समिति के द्वारा बालक आश्रय गृह व बालिका आश्रय गृह स्थित चक धौरहरा रायबरेली का निरीक्षण किया गया। समिति के सदस्य अपर जिला जज/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अनुपम शौर्य व सदस्य प्रभाष त्रिपाठी, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वितीय व श्रेया सोलंकी अपर सिविल जज(जू0डि0) द्वारा गांधी सेवा निकेतन के आश्रय गृह में आवासित बालिकाओं से बातचीत करके उनका हाल-चाल जाना गया। आश्रय गृह में रहने वाली बालिकाओं द्वारा समिति को अपनी समस्याओं से अवगत कराया।
समिति के द्वारा आवासित बालिकाओं के शैक्षणिक, मानसिक व सामाजिक विकास हेतु मिलने वाली सुविधाओं के सम्बन्ध में जानकारी ले आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये। समिति द्वारा आश्रय गृह के बालिकाओं के नियमित चिकित्सकीय जांच कराये जाने के भी निर्देश दिये गये। इस अवसर पर प्रबन्धक को निर्देशित किया गया कि बालिकाओं के अल्पवयस्कता को देखते हुए नियमित काउंसिंलिग कराये। अपर जिला जज/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा अधीक्षक को निर्देशित किया गया कि जो बालिकाएँ पढ़ने की इच्छुक है उनका दाखिला स्कूल में कराया जाए व आवासिक बालिकाओं के माता-पिता से सम्पर्क कर बालिकाओं को उनके घर भेजने का प्रयास किया जाए। दौरान निरीक्षण जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के डाटा इन्ट्री आपरेटर जमुना प्रसाद व प्रशिक्षणरत विधि छात्र अविरल बाजपेयी व शिलोरी भी उपस्थित रही।