आरोपियों ने खुलासा किया कि गोल्डी के कहने पर ही किसी अज्ञात शख्स ने हरियाणा में ही ये विस्फोट और हैंड ग्रेनेड उपलब्ध करवाए थे। दरअसल, गोल्डी बराड़ हर हाल में सिद्धू मूसेवाला की हत्या करना चाहता था। प्रियव्रत ने खुलासा किया कि मूसेवाला गोलियों से बच जाता तो उसके वाहन पर हैंड ग्रेनेड के साथ दूर से मार करने के लिए ग्रेनेड लांचर का भी इंतजाम किया गया था। वारदात के समय यह सारे हथियार बोलेरो गाड़ी में ही थे। वारदात के बाद आरोपी इन हथियार को लेकर हिसार ले गए। प्रियव्रत ने बताया कि वारदात को अंजाम देने से पहले नौ बार रैकी की गई थी। घटना वाले दिन संदीप उर्फ केकड़ा ने सूचना दी थी कि मूसेवाला अपने दोस्तों के साथ थार गाड़ी में जा रहा है। उसके साथ कोई सुरक्षाकर्मी भी नहीं है, और न ही कोई बुलेटप्रूफ गाड़ी।
प्रियव्रत ने बताया कि वह सीधे गोल्डी बराड़ के संपर्क में था। उसके कहने पर ही उसने अपनी टीम तैयार कर एक मॉड्यूल खड़ा किया था। गोल्डी के कहने पर अज्ञात शख्स ने इन्हें हरियाणा में हथियार व विस्फोटक उपलब्ध करवाए। कशिश भी प्रियव्रत के कहने पर हत्याकांड में शामिल हुआ था। दूसरी ओर गैंग को आश्रय देने वाले केशव ने गोल्डी के इशारे पर इनके रहने खाने-पीने और फरार कराने का इंतजाम किया था।