सचिन पाण्डेय
उन्नाव।भारत के वामपंथी दलों में प्रमुख पार्टी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के 98 साल पूरे होने पर उसकी जिला काउंसिल के नेतृत्व में “किसानो और मजदूरों की राजनीति और वामपंथ की दशा और दिशा” विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन स्थानीय कुमार गेस्ट हाउस कलेक्टरगंज फाटक के अंदर उन्नाव मे किया गया । संगोष्ठी की अध्यक्षता भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ नेता कामरेड जमुना सिंह ने की। इस अवसर पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने अपने गौरवशाली इतिहास को याद करते हुए किसानो और मजदूरों के सामाजिक और आर्थिक उत्थान के लिए किए गए संघर्षो को याद किया साथ ही अपने तमाम इन संघर्षों में खोए हुए साथियों को श्रद्धांजलि देते हुए मौजूदा समय की जन विरोधी सरकार के खिलाफ आगामी चुनाव में जनआंदोलन के माध्यम से परास्त करने की अपील की गई । सभा का संचालन साथी जिला सहायक मंत्री अखिलेश तिवारी ने किया ।
संवाद गोष्ठी को संबोधित करते हुए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य काउंसिल सदस्य कामरेड रामगोपाल शर्मा ने कहा कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी आज भी किसानो और मजदूरों के सवाल को लेकर निरंतर संघर्ष करती रहती है अभी पिछले दिनों हुई उत्तर प्रदेश के किसानों और मजदूरो
दोनों की महापंचायत इको गार्डन में संपन्न हुई । उन्होंने कहा कि भले हमारे पुरखों ने संविधान में हमारी जनता के लिए समानता के बहुत सारे कानून पास करवाए लेकिन इनको धरती पर आम जनता तक पहुंचाने का काम भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं ने इस देश के सामंतवादी मानसिकता के लोगों से संघर्ष करके देश के दलित पिछड़े और कमजोर वर्ग के लोगों तक पहुंचने का काम किया ।
बैठक को संबोधित करते हुए भारतीय कम्युनिस्ट कम्युनिस्ट पार्टी के पूर्व जिला मंत्री और मौजूदा समय में समाजवादी पार्टी से जिला पंचायत सदस्य साथी बृजपाल सिंह ने कहा की 20वीं सदी के उत्तरार्द्ध में सोवियत संघ के विखंडन के बाद निसंदेह दुनिया में वामपंथी शक्तियों का मॉडल ध्वस्त हुआ है लेकिन इस देश के सांप्रदायिक सद्भाव और मेहनत कश वर्ग के उत्थान में वामपंथी शक्तियों का बड़ा योगदान रहा है । उन्होंने कहा की मौजूदा दौर में एक अघोषित इमरजेंसी का हम सभी लोग सामना कर रहे हैं सूरते हाल यह है कि विपक्ष के अधिकांश सांसदों को निलंबित करके मौजूदा सत्ता पक्ष द्वारा मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्तियों में देश के मुख्य न्यायाधीश को हटाकर चुनाव आयोग की पारदर्शिता को संद्घिता के दायरे में लाने का प्रयास लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा है । उन्होंने लोगों से आगामी चुनाव में सरकार की जन्म विरोधी नीतियों को उजागर करने के लिए सभी गैर भाजपाई दलों के कार्यकताओं से निरंतर सक्रिय रहने का आह्वान किया ।
बैठक को संबोधित करने वाले में तथा प्रमुख रूप से पार्टी के जिला मंत्री कामरेड बलवंत सिंह, संजय जायसवाल, एखलाक अहमद, अनिल कुमार शर्मा, मार्तंड सिंह, बलराम प्रजापति, अब्दुल कलाम, नीतू कश्यप, दीपू सिंह, जावेद खान, मुशर्रफ अली, फिरोज अहमद, कामरेड अशोक, मकबूल आलम, विनोद यादव, रामनरेश यादव आदि सैकड़ो कार्यकर्ता मौजूद थे।