सचिन पाण्डेय
उन्नाव। आसीवन थाना क्षेत्र के अंतर्गत सीएचसी मियाँगंज में प्रसूता व उसके भाई ने स्टाप नर्स पर लापरवाही व अभद्रता का लगाया आरोप। नर्स की लापरवाही के कारण बच्चे की मौत हो गई। जच्चा की हालत नाजुक। पुलिस ने कार्यवाही का निर्देश दिया है मुख्यमंत्री द्वारा महिला बाल विकास पर विशेष के ध्यान देने के बावजूद कर्मचारी लापरवाही बरत रहे हैं। इस सम्बन्ध में स्वास्थ्य अधिकारियों ने जांच का आश्वासन दिया है।
थाना क्षेत्र के कस्बा रसूलाबाद के मोहल्ला फिरोजनगर निवासी रशीद अहमद की बेटी सदफ दरख्शा उम्र 25 वर्ष की शादी डेढ़ वर्ष पूर्व जनपद बाराबंकी के कोतवाली बदो सराॅय निवासी मोहम्मद अनस के साथ हुई थी। उसकी पत्नी सदफ दरख्शा को गर्भवती होने पर मायके वाले देखभाल के लिए अपने घर रसूलाबाद ले गये। 18 जून को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन उसे मियाँगंज सीएचसी ले गये जहां पर स्टाफ नर्स ने समय न होने का हवाला देकर चलता कर दिया। प्रसूता के भाई इफ्तिखार ने बताया कि फिर 19 जून को परिजन प्रसव पीड़ा होने पर बहन को मियाँगंज सीएचसी ले गये जहां स्टाफ नर्स ने कहा कि अभी समय नहीं है बाद में लेकर आना। 21 जून को रात्रि दो बजे प्रसव पीड़ा होने पर सीएचसी लेकर पहुंचे जहां पर तैनात स्टाफ नर्स प्रसूता को एक बार भी देखना उचित नहीं समझा पीड़िता रात भर दर्द से तड़पती रही सुबह आठ बजे स्टाफ नर्स ने प्रसूता बहन से अभद्रता की और स्टाफ नर्स ने बाहर से आठ सौ रुपये की दवा व दस इंजेक्शन मंगाये स्टाफ नर्स ने मरीज के दो इंजेक्शन लगाये परिजनों ने कहा यदि मरीज को कोई परेशानी है तो आप रेफर कर दीजिए लेकिन स्टाफ नर्स ने आधा घंटे-आधा घंटे का हवाला देकर मरीज को सीएचसी में ही रोक रखा लगभग दोपहर बारह बजे जब सदफ दरख्शा मरणासन्न हालत में पहुंच गई तब स्टाफ नर्स कविता पाल ने परिजनों से कहा तुम लोग अपने मरीज को कहीं और ले जाओ जब परिजनों ने प्रसव पीड़िता को एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया जहां चिकत्सकों ने दोपहर लगभग दो बजे सदफ दरख्शा का ऑपरेशन कर मृत बच्चे को निकाल कर जच्चा की कड़ी मेहनत मशक्कत कर जान बचाई प्रसव पीड़िता के छोटे भाई इफ्तिखार ने डीएम उन्नाव सीएमओ उन्नाव से मामले फोन पर शिकायत की उसके बाद जन सुनवाई पोर्टल के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक व केशव प्रसाद मौर्य से की तथा ट्वीटर के माध्यम से भी उन्नाव पुलिस प्रशासन व सभी को ट्वीट कर शिकायत दर्ज करा स्टाफ नर्स कविता पाल के विरुद्ध कठोर कार्रवाही की मांग की है।