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अपर जिला जज ने किया जिला कारागार का निरीक्षण, बंदियों को दी गई विधिक अधिकारों की जानकारी


उन्नाव।उ०प्र० राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ की कार्ययोजना वर्ष 2023-2024 के क्रियान्वन के क्रम में कार्यालय जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, उन्नाव की जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण प्रतिमा श्रीवास्तव के दिशा निर्देश में दिनांक 12.06.2023 को जिला कारागार, उन्नाव का निरीक्षण मनीष निगम अपर जिला जज/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण उन्नाव के द्वारा सम्पन्न किया गया। उक्त कार्यक्रम में डिप्टी जेलर अंजली वर्मा व अन्य कर्मचारीगण उपस्थित रहे| सचिव महोदय द्वारा जिला कारागार उन्नाव में निरूद्ध पुरुष व महिला बन्दियों को उनके विधिक अधिकारों की जानकारी दी गई तथा बंदियों को नि:शुल्क विधिक सहायता प्राप्त किए जाने के संबंध में विस्तृत जानकारी दी तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यों एवं उद्देश्य को बताया। उन्होंने कहा कि जिस किसी भी बंदी को अपने मुकदमें की पैरवी हेतु अधिवक्ता उपलब्ध न हो या वे प्राइवेट अधिवक्ता रखने में असमर्थ हो, उन्हें जिला प्राधिकरण द्वारा नि:शुल्क अधिवक्ता की सुविधा उपलब्ध कराई जा सकती है।

इसके लिए उन्हें अधीक्षक के माध्यम से अपना प्रार्थना-पत्र जिला प्राधिकरण में भेजवाना होगा। जेल अधीक्षक को निर्देशित किया कि जो भी बंदी नि:शुल्क अधिवक्ता के लिए प्रार्थना-पत्र प्रस्तुत करना चाहते हों, उसे अविलंब जिला विधिक सेवा प्राधिकरण उन्नाव को अग्रसारित करें, जिससे उन्हें नियमानुसार नि:शुल्क अधिवक्ता की सुविधा उपलब्ध कराई जा सके। इसके अतिरिक्त निरूद्ध बन्दियों को उनके क़ानूनी अधिकारों के प्रति तथा रिमाण्ड, जमानत तथा जागरूक किया तथा ई-लोक अदालत दिनांक-26.06.2023 एवं आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत- 09.09.2023 अदालत के सम्बन्ध में जानकारी के साथ साथ निरुद्ध बंदियों से रहन-सहन, खान-पान एवं स्वास्थ्य सेवा आदि के बारे में पूछ-ताछ किया गया एवं जेल अधीक्षक द्वारा बताया गया कि जिला कारागार उन्नाव, में 1119 विचाराधीन बंदी, 49 महिला बंदी व 05 लड़के एवं 06 लड़कियां तथा 170 सिद्धदोष पुरुष बंदी निरुद्ध हैं| सचिव महोदय द्वारा जिला कारागार में स्थित जेल चिकित्सालय का निरीक्षण भी किया गया वहाँ भर्ती बंदियों के उचित उपचार एवं देख रेख हेतु जेल अधीक्षक एवं वहाँ उपस्थित चिकित्सक को निर्देशित किया गया तथा कोविड-19 से बचाव हेतु आवश्यक कार्यवाही करने हेतु कहा गया| अन्य जेलों से प्रशासनिक आधार पर 11 बंदी निरुद्ध है| डिप्टी जेलर अंजलि वर्मा द्वारा बताया गया कि मई माह में 203 बंदी निरुद्ध हुए जिनमें से 133 बंदियों को जमानत के पश्चात रिहा किया जा चुका हैं, शेष के सम्बन्ध में प्रकिया जारी हैं|

उ०प्र० राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के पत्र के अनुपालन में जिला कारागार उन्नाव में किशोर (जुवेनाइल) बंदियों के सम्बन्ध में भी सचिव महोदय द्वारा निरीक्षण किया तथा डिप्टी जेलर जेलर अंजलि वर्मा द्वारा बताया गया कि जिला कारागार उन्नाव में किशोर (जुवेनाइल) बंदी कोई भी नहीं है, प्रथम दृष्टया सचिव महोदय द्वारा सभी बैरकों का निरीक्षण करने पर वहां पर कोई भी किशोर (जुवेनाइल) बंदी नहीं पाया गया|

Rishabh Tiwari

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