संवाददाता सचिन पाण्डेय
उन्नाव। जनपद के ब्लॉक सुमेरपुर में सात दिवसीय कथा का आयोजन पोथी पुजन व कलश यात्रा के साथ हुआ इस मौके पर महिला व पुरुष अपने सर पर गंगाजल, आम पत्र, व नारियल,से सुसज्जित कलशो को अपने सर पर रख कर बसंती वस्त्रों के साथ ग्राम भ्रमण किया। श्रीमद् भागवत कथा के मुख्य जजमान आयोजक सुशील शुक्ला अपनी पत्नी रेनू देवी के साथ गांव के प्रत्येक मंदिर में पहुंचकर पूजा अर्चना की। कथा का शुभारंभ 1 फरवरी से 8 फरवरी तक होगा। भगवान जगन्नाथ की कृपा से आयोजित श्रीमद् भागवत कथा सुभानंद शास्त्री महाराज के द्वारा संपन्न की जाएगी तथा समापन के बाद 10 फरवरी को विशाल भंडारे का आयोजन किया गया है। कथा के प्रथम दिन भागवत कथा महात्म गोकर्ण उपाख्यान नारद भक्ति संवाद की कथा सुनाई। कथावाचक भागवत का अर्थ बताते हुए बताया कि भ भक्ति ग ज्ञान व वैराग्य तथा त तत्व है भारतीय कहने से भाग्य खुल जाते हैं गांव कहने से गुमान मिट जाते हैं वह कहने से भक्ति होती है ता कहने से प्रेम पत्र मिल जाता है इसी प्रकार गोकर्ण उपाख्यान कहते हुए कहा कि गोकर्ण ने अपने भाई को भागवत कथा का समान करा कर उसकी मुक्त किया था साथ ही पूरे समाज को मुक्त कराया था इस कथा से यह शिक्षा प्राप्त होती है कि अपना परिवार का ही नहीं पूरे समाज का कल्याण करना चाहिए यही सनातन क्लच है। “परोपकाराय सताम विभूतिय: नारद और भक्ति से ज्ञान वैराग्य की सुरक्षा से जागृत करना और उस में असफल रहना सौयॅ कालिक ॠषियो से मुलाकात और भागवत कथा महत्व पर चर्चा की। इस मौके पर राजेश कुमार, विनोद कुमार, मनोज कुमार, बृजेश, हर्ष बहादुर ,लल्लू ,गीता देवी आदि लोग मौजूद रहे।