संवाददाता इरफान कुरेशी लखनऊ
लखनऊ। सीएमएस कानपुर रोड स्थित सिटी मांटेसरी स्कूल में 5 दिनों के विश्व मुख्य न्यायाधीशों के 23वें सम्मेलन किया गया। दुनिया भर से 57 देशों के न्यायधीश इस सम्मेलन में शामिल हुए। उनके अलावा रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी भी मौजूद रहे। राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारे संविधान में शांति और सुरक्षा को महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। संविधान का आर्टिकल 51 यही दर्शाता है। मैं भारत के रक्षा मंत्री के तौर पर यह भरोसा दिलाना चाहता हूं कि भारत हमेशा से विश्व शांति का पक्षधर रहा है। CMS के संस्थापक डॉ जगदीश गांधी ने कहा कि पूरे विश्व से आए न्यायमूर्तियों ने आज एहसास करा दिया कि मानवता को विनाश से बचाने के लिए विश्व एकता और विश्व शांति के अलावा अन्य कोई विकल्प मौजूद नहीं है। उन्होंने कहा कि CMS के 7000 छात्रों की अपील पर विभिन्न देशों के प्रधानमंत्री राष्ट्रपति एवं न्यायविदों और कानूनविदों का यहां आना न केवल CMS के लिए बल्कि पूरे लखनऊ के लिए गौरव का क्षण हैं। उन्होंने बताया कि मॉरीशस के राष्ट्रपति के अलावा एंटीगुआ के गवर्नर जनरल रॉडनी एरे लॉरेंस विलिएमस और घाना पार्लियामेंट के स्पीकर एल्बन सुमाना किंग्सफोर्ड बैगबिन और रोमानिया के पूर्व राष्ट्रपति एमिल कांस्टेटिनेस्कू और क्रोशिया के पूर्व राष्ट्रपति स्टीपन मेसिक और लेसोथो के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ.पकालिथा बी.मोसिलिली और हैती के पूर्व प्रधानमंत्री जीन हेनरी सेंट भी इस कार्यक्रम में शामिल हैं। CMS के प्रवक्ता ने बताया कि शनिवार सुबह 9 बजे इस सम्मेलन का औपचारिक उद्घाटन किया जाएगा। जिसमें मॉरीशस के राष्ट्रपति मुख्य अतिथि होंगे। उनकी उपस्थिति में विश्व एकता मार्च निकाला जाएगा। जिसकी शुरुआत सुबह 8 बजे पुरानी चुंगी से होगी। ये मार्च CMS कानपुर रोड ऑडिटोरियम पहुंचकर खत्म होगा।