संवाददाता सचिन पाण्डेय
उन्नाव:-उत्तरप्रदेश सरकार के माननीय लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद द्वारा डीएम अपूर्वा दुबे की उपस्थिति में विकास भवन सभागार में विधानसभा वार विभागीय कार्यों की विस्तृत समीक्षा की गयी।
कार्यो की ली विस्तृत जानकारी-
समीक्षा के दौरान माननीय मंत्री जी ने पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा जनपद में निर्माणाधीन सड़कों की प्रगति, सड़कों का नवीनीकरण, पैच मरम्मत, गड्ढा मुक्ति आदि के बारे में विभागीय अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली, इसके साथ विधानसभा वार जन प्रतिनिधियों से पीडब्ल्यूडी के कार्य सम्बन्धी फीडबैक लिया।
सम्बंधित अधिकारियों को दिया निर्देश-
उन्होंने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों व कर्मचारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी के सख्त निर्देश हैं कि 15 नवंबर 2022 तक जिले की सभी सड़कों की दशा हर हाल में सुधार ली जाए।विलम्ब होने पर जिम्मेदारी तय कर दी जाएगी।अभियन्ता गण अपने कार्य में किसी भी प्रकार की ढिलाई न बरतें।गुणवत्ता में किसी भी स्तर पर कमी पाए जाने पर सम्बन्धित को बख़्शा नहीं जाएगा।उन्होंने कहा कि सड़कों के पैच मरम्मत हेतु 958 किमी के दिये गए लक्ष्य के अनुरूप दिन-रात कार्य करते हुए डेडलाइन के मुताबिक कार्य पूरे किए जाएं।
काम मे लापरवाही बरतने वाले ठेकेदारों पर लगेगी पेनाल्टी-
मंत्री जितिन प्रसाद ने निर्माणाधीन सड़कों की वित्तीय एवं भौतिक प्रगति का भी जायजा लिया।उन्होंने बताया कि जिले में 40 लाख से कम लागत की कुल 90 सड़कें स्वीकृत की गयीं हैं, उन पर द्रुत गति से कार्य करते हुए ससमय निर्माण पूर्ण कराया जाए।उन्होंने यह भी कहा कि जो भी ठेकेदार अपने कार्य में लापरवाही बरत रहे हैं उन पर यथाआवश्यक पेनाल्टी अधिरोपित की जाए।इस दौरान उन्होंने जिले के सेतुओं की स्थिति के बारे में जानकारी ली और कहा कि जनपद के सभी सेतुओं की जांच की जाए।जर्जर सेतुओं को चिन्हित कर उनकी आवश्यकतानुसार मरम्मत कराई जाए, ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना को नकारा जा सके।इस कार्य में विभाग द्वारा किसी भी प्रकार की लापरवाही अक्षम्य होगी।
समीक्षा के दौरान विधायक भगवन्त नगर आशुतोष शुक्ला, विधायक बांगरमऊ श्रीकांत कटियार, विधायक मोहान ब्रजेश रावत, विधायक पुरवा अनिल सिंह, विधायक सफीपुर बम्बा लाल दिवाकर, एमएलसी रामचन्द्र प्रधान, भाजपा जिलाध्यक्ष अवधेश कटियार, एसपी दिनेश त्रिपाठी, जॉइंट मजिस्ट्रेट सुश्री नूपुर गोयल सहित अन्य विभागीय अधिकारी गण मौजूद रहे।