ऋषभ तिवारी
हरदोई:- रेंज लखनऊ की सर्विलांस व हरदोई पुलिस द्वारा गोवंश / गोमांस का परिवहन व बिक्री करने वाले शातिर गिरोह के 02 पुरस्कार घोषित अपराधियों सहित 14 अपराधियों को गिरफ्तार करते हुये एक स्कार्पियों कार, 03 मोटरसाइकिल, 01 आईशर डीसीएम वाहन, 31,860 रू0 नगद, 16 गोवंश, 03 अवैध तमंचे, 03 अवैध चाकू, रस्सी बरामद किये गए।
थाना बघौली क्षेत्र में गोवंश व गोमांस के परिवहन व बिक्री की घटनाओं के अनावरण व अपराधियों की गिरफ्तारी के संबंध में थाना बघौली पुलिस, क्राइम टीम व पुलिस महानिरीक्षक की सर्विलांस टीम भ्रमणशील थी तभी मुखबिर खास द्वारा सूचना दी। गयी कि प्योंदी थाना बघौली के जंगलों में कुछ गोवंश बंधे है उनके पास कई व्यक्ति एवम् चारपहिया गाडी तथा मोटरसाइकिल खड़ी है। इस सूचना पर विश्वास करते हुये संयुक्त टीम द्वारा चारो तरफ से घेरकर (अनवर, बबलू, आरिफ, राजकुमार, जुबैर, रमजान, सुनील) 07 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया जिनके पास से 04 गोवंश एक स्कार्पियो, 01 मोटरसाइकिल, 01 तमंचे, 02 जिंदा कारतूस, 27, 300 रू0 नगद बरामद हुये। सख्ती से पूछताछ करने पर अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि इसके पहले इनके द्वारा सिघुरिया (थाना बघौली) व हनखुदा (थाना बघौली) में गोवंशो को काटकर उनका मांस बिक्री हेतु अपने साथियों को दिया गया। जिनके संबंध में थाना बघौली में मामला दर्ज है।
पकड़े गए अपराधियों ने बताया गया कि एक अन्य गिरोह थाना कछौना से कुछ गोवंशो को आईशर गाडी (चार पहिया वाहन ) से लादकर ले जाने वाले है। इस सूचना को मुखबिर के माध्यम से और अधिक पुष्ट करते हुये पुलिस महानिरीक्षक की सर्विलांस टीम व हरदोई पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा कार्यवाही करते हुये कटियामऊ मोड से करीब 500 मी0 अंदर जंगल में घेरकर 07 अभियुक्तों (हसीन, कमलू, इस्लाम, मुकरर्म, फिरोज, समीम व मोहर सिंह) को गिरफ्तार किया गया उनके पास से 12 गोवंश, 01 आइसर चार पहिया वाहन, 02 अवैध तमंचा, 02 खोखा कारतूस, दो अदद जिंदा कारतूस, रस्सी, 02 मोटरसाइकिल व 4,560 रु0 नगद बरामद हुये ।पकड़े गए कमलू एवम् हसीन धारा 3/5/8 गोवध नि० अधि0 थाना कछौना के वांछित है, जिन पर पूर्व से पुरस्कार घोषित है।
अभियुक्त मोहर सिंह द्वारा बताया गया कि थाना कासिमपुर व थाना मल्लावां क्षेत्र में जो गोवंश के कण्टेनर पलट गए है उनको कमलू, हसीन व उनके साथी गोवंश को लोड कराकर बिहार व अन्य राज्यों में उनकी बिक्री के लिये ले जा रहे थे। वह लगातार यह काम करते रहते हैं। इस पूरे गिरोह की गिरफ्तारी हेतु 02 टीमों का गठन किया गया है।