लखनऊ । शुक्रवार को अचानक से कमिश्नर रोशन जैकब ने सबसे पहले सिविल अस्पताल की इमरजेंसी और OPD में चल रहे मरीजों के इलाज की जानकारी ली। डाक्टर के राउंड लेने के बारे में भी मरीजों से पूछा।
आगे उन्होंने मरीजों और तीमारदारों से बातचीत के दौरान कमिश्नर ने पूछा कि अस्पताल में कोई भी दवा बाहर से तो नहीं लेनी पड़ रही है? सारी दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही हैं। उन्होंने जिम्मेदारों को निर्देश देते हुए कहा कि जो दवाइयां अस्पताल में उप्लब्ध हैं, उन दवाईयों को अनावश्यक रूप से बाहर से ना लिखा जाएं और जो दवाइयां अस्पताल में नहीं हैं, उनकी लिस्ट बनाकर भेजें।
इस दौरान कमिश्नर ने सिविल अस्पताल के एक डाक्टर को बाहर की दवा लिखने के लिए फटकार लगाते हुए प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश दिए और एडमिशन रजिस्टर को भी चेक किया।
लखनऊ के 2 बड़े अस्पतालों का औचक निरीक्षण किया। बलरामपुर अस्पताल और श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल पहुंची कमिश्नर ने OPD के अलावा डेंगू वार्ड का भी जायजा लिया।