ब्यूरो ऋषभ तिवारी
उन्नाव।
हसनगंज कोतवाली क्षेत्र में युवति के पिता द्वारा आरोप लगाया-
मेरी बेटी को बहला-फुसलाकर युवक भगा ले गया था कोतवाली में युवक के खिलाफ प्रार्थना पत्र दिया गया था। कुछ समय बाद मिल जाने पर युवती के परिजनों ने युवक और युवति को पुलिस को सौंप दिया। कुछ समय पश्चात युवक ने हवालात में ही जहरीला पदार्थ निगल लिया।पुलिस ने तुरन्त युवक के परिजनों को कोतवाली बुलाकर सौंप दिया। परिजनों ने सीएचसी हसनगंज में भर्ती कराया जहाँ डाक्टरों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया। वहाँ से हालत गंभीर होने पर हैलट कानपुर में पुलिस की निगरानी में ईलाज चल रहा है।
परिजनों ने पुलिस पर जहर खिलाने का आरोप लगाया है, हलांकि पुलिस ने हवालात में जहर खाने से साफ इंकार किया है।
हसनगंज कोतवाली क्षेत्र के सुंधारी खुर्द गांव निवासी पिता ने लड़की को सफीपुर थाना क्षेत्र के पीखी गांव निवासी अवधेश पुत्र रामदेव पर आरोप लगाया था कि लड़की को बहला-फुसलाकर भगा ले गया। जिसपर पुलिस ने 5 अक्टूबर को मुकदमा दर्ज कर लिया था। पुलिस मामले की जांच कर रही थी। शानिवार देर शाम युवक के पिता ने युवती व युवक को थाने पर लाकर पुलिस के हवाले कर दिया, जिसपर पुलिस ने अवधेश को हिरासत में लेकर हवालात में बंद कर दिया। युवती को महिला थाने भेज दिया गया था। आरोपी अवधेश हवालात में बंद था तभी उसने कोई जहरीली दवा खा लिया। हवालात में ही उसकी हालत बिगड़ गई। हालत बिगड़ती देख पुलिस ने परिजनों को फोन से बुलाकर आरोपी के चाचा शिव कुमार के सुपुर्द कर दिया। परिजनो ने आनन-फानन उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हसनगंज में भर्ती कराया जहां डाक्टरों ने हालत गंभीर होने पर जिला अस्पताल रेफर कर दिया। देर रात आरोपी की हालत गंभीर होने पर डॉक्टर ने जिला अस्पताल से कानपुर हैलेट रेफर कर दिया। जिसपर पुलिस महकमें में सनसनी फैल गयी। उधर आरोपी युवक के माता-पिता पुलिस पर टार्चर करने से मजबूर होकर जहर खाने का आरोप लगा रहे है। इस संबंध में पुलिस इंस्पेक्टर राजेश सिंह से पूछने पर बताया कि आरोपी युवक जहरीला पदार्थ गांव से ही खाकर आया था। जिसका कानपुर हैलट में इलाज चल रहा है। हसनगंज पुलिस की दो सदस्यीय टीम अस्पताल में मौजूद है।