उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद के सरकारी ट्रोमा सेंटर में निरीक्षण के दौरान उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक (स्वास्थ्य मंत्री) के सामने एक शख्स ने उनसे कहा कि ‘साहब नसबंदी के बाद पत्नी फिर गर्भवती हो गई। मुआवजा के लिए उसने सीएमओ आफिस में प्रार्थना पत्र दिया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो सकी है।’
शनिवार को उपमुख्यमंत्री एवम स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक सरकारी ट्रोमा सेंटर का निरीक्षण कर रहे थे। इस दौरान यहां शिकायत लेकर आए नंदू नाम के शख्स ने कहा कि उसके पास चार बच्चे हैं। फरवरी में उसने पत्नी की सरकारी अस्पताल में नसबंदी कराई थी। इसके बाद उसकी पत्नी फिर से गर्भवती हो गई है। मुआवजा के लिए उसने सीएमओ आफिस में प्रार्थना पत्र देने के साथ ही कागजी कार्रवाई को पूरा कर दिया है। इसके बाद भी उसे न्याय नहीं मिल पा रहा। मुआवजे के लिए वह पिछले पांच माह से अस्पताल के चक्कर लगा रहा है। इसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही।
उप मुख्यमंत्री ने उसकी शिकायत को गंभीरता से सुनते हुए स्वास्थ्य विभाग के अफसरों को निर्देश दिए कि वे पीड़ित की समस्या को प्राथमिकता के आधार पर हल कराएं, जिससे उसे भटकना न पड़े।