यह बिजनौर के नजीबाबाद थाना क्षेत्र का है। जहां 16 अगस्त को सुबह कासमिया इंटर कॉलेज की तीन नाबालिक छात्राएं फिल्मी दुनिया में काम करने का सपना लेकर घर से कॉलेज के लिए निकली थी। लेकिन कॉलेज ना पहुंचकर सीधे दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पहुंच गई, जहां से वह ट्रेन पकड़कर मुंबई चली गई।
तीन नाबालिग बच्चियों के अचानक गायब हो जाने से पुलिस विभाग पर भी सवाल उठने लगे थे , जो लगातार पुलिस के लिए सिरदर्द बनता जा रहा था। नजीबाबाद के क्राइम इंस्पेक्टर राजेंद्र राणा के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। जिन्होंने गायब हुई तीनों छात्राओं को मुंबई से बरामद कर लिया। मुंबई से लाने में इंस्पेक्टर राजेंद्र राणा, कांस्टेबल समीर, देवकरण, मोहित और महिला कांस्टेबल प्रियंका का विशेष योगदान रहा।
तीनों नाबालिग बच्चियों को लेकर कोर्ट में पहुंची तो परिजनों की जान में जान आई। कोर्ट में तीनों बच्चियों का बयान कराने के बाद पुलिस ने तीनों नाबालिग छात्राओं को सीडब्ल्यूसी के हवाले कर दिया है।