
लखनऊ।।राष्ट्रीय युवा वाहिनी परिवार आज भारत के 25 राज्यों में सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है और आने वाले समय में 10 अन्य देशों में भी अपने विचारों को विस्तार देने के लिए संकल्पित है। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष देव प्रकाश शुक्ला ने यह स्पष्ट किया कि राष्ट्रीय युवा वाहिनी का उद्देश्य सनातन संस्कृति का पुनर्जागरण करना है।
संगठन ने वर्ष 2025 तक 501 गुरुकुलों की स्थापना का लक्ष्य रखा है। इसके अलावा, राष्ट्रीय युवा वाहिनी द्वारा संचालित “शंखनाद” हिंदी दैनिक, साप्ताहिक, मासिक पत्रिका एवं ‘AVN शंखनाद’ टीवी चैनल सनातन संस्कृति को प्रचारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। जल्द ही हर दिन 2 घंटे तक सनातन परंपराओं का प्रसारण टीवी पर किया जाएगा।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने सदैव ज़मीन से जुड़कर कार्य किया है, लेकिन कई बार उनके साथ विश्वासघात भी हुआ है। उन्होंने कहा कि सत्य परेशान हो सकता है, लेकिन पराजित नहीं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग बड़े-बड़े वादे करके संगठन से जुड़ते हैं और बाद में धोखा देकर चले जाते हैं, वे संगठन को कमजोर करने का प्रयास करते हैं।
राष्ट्रीय युवा वाहिनी के सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से अपील की गई है कि वे संगठन को आगे बढ़ाने के लिए पूर्ण समर्पण और सहयोग के साथ कार्य करें। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि यदि कोई सहयोग नहीं कर सकता तो कम से कम विरोध न करे। संगठन केवल उन्हीं लोगों के साथ आगे बढ़ेगा, जो निष्ठा और समर्पण के साथ कार्य करने के इच्छुक हैं।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि हथियार चलाना उन्होंने छोड़ा है, लेकिन भूले नहीं हैं। यदि आवश्यकता पड़ी, तो संगठन अपने स्वाभिमान और धर्म की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगा। राष्ट्रीय युवा वाहिनी का लक्ष्य समाज को संगठित कर एक शक्तिशाली और आत्मनिर्भर हिंदू राष्ट्र का निर्माण करना है।