
लखनऊ।। राष्ट्रीय अकादमी, सीमा शुल्क, अप्रत्यक्ष कर एवं नारकोटिक्स (नासिन), लखनऊ की राजभाषा पत्रिका “अवध चेतना” के प्रथम अंक का विमोचन आज श्री पी. के. कटियार, मुख्य आयुक्त, सीजीएसटी प्रक्षेत्र, लखनऊ के कर कमलों द्वारा संपन्न हुआ।
नासिन, लखनऊ परिसर स्थित पुस्तकालय में आयोजित इस विमोचन समारोह में विभागीय अधिकारियों को संबोधित करते हुए मुख्य आयुक्त श्री कटियार ने कहा कि सरकारी कामकाज में हिंदी का अधिकाधिक प्रयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि साहित्य का रसास्वादन न केवल मानसिक तनाव को कम करता है, बल्कि सकारात्मक ऊर्जा भी प्रदान करता है। विभागीय पत्रिकाएँ अधिकारियों और कर्मचारियों के मनोबल को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
इस अवसर पर नासिन, लखनऊ के प्रधान अपर महानिदेशक श्री वेद प्रकाश शुक्ल ने कहा कि कार्यालय कार्यों के साथ-साथ अधिकारियों को अपने रचनात्मक एवं बहुआयामी विकास पर भी ध्यान देना चाहिए। उन्होंने पत्रिका के आवरण पृष्ठ और मुद्रित सामग्री की सराहना करते हुए कहा कि यह पत्रिका विभागीय अधिकारियों की लेखन एवं रचनात्मक प्रतिभा को उजागर करने का सशक्त माध्यम है।
इस समारोह में श्री के. पी. सिंह, प्रधान आयुक्त, सीजीएसटी, लखनऊ, श्री रंजीत कुमार, आयुक्त, सीमा शुल्क, लखनऊ, सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
अंत में, सुश्री नेहा लाल, अपर निदेशक, नासिन, लखनऊ ने समारोह में पधारे वरिष्ठ अधिकारियों, कर्मचारियों एवं मीडिया प्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया।