
नगर संवाददाता सचिन पाण्डेय
उन्नाव। फायरब्रांड नेता और सांसद साक्षी महाराज ने महाकुंभ पर सवाल उठाने वाले नेताओं को करारा जवाब दिया है। उन्होंने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर भी निशाना साधा। राहुल गांधी पर भी निशाना साधते हुए साक्षी महाराज ने कहा कि राहुल गांधी का सम्मान होना चाहिए और उनका नाम गिनीज बुक में दर्ज होना चाहिए, क्योंकि जो भी चुनाव लड़ते हैं, वही हारते हैं, और ऐसे में वह हमें बार-बार जीतने का मौका देते हैं। बता दे की साक्षी महाराज ने आगे कहा कि पिछले 65 सालों तक देश में राजनीति में बदलाव होता रहा, संविधान में संशोधन होते रहे, लेकिन मोदी जी के नेतृत्व में 10 सालों में भारत को एक नई दिशा मिली है। उन्होंने यह भी कहा कि मोदी जी और भाजपा ने दिल्ली में अपनी जिम्मेदारियों को निभाया है, और जो वादे किए थे, उन्हें पूरा किया है। साक्षी महाराज ने कहा कि 2025 का कुंभ महापर्व भारत के इतिहास में अनूठा है। उन्होंने बताया कि लगभग 67 करोड़ लोगों ने इस महापर्व में स्नान किया, जो दुनिया में कहीं नहीं हुआ। यह कुंभ महापर्व देश की एकता और सांप्रदायिक सद्भाव का प्रतीक बनकर उभरा है। साक्षी महाराज ने कहा कि जिन लोगों ने कुंभ का विरोध किया, उन्हें सद्बुद्धि मिले। उन्होंने कहा कि अगर विपक्षी नेताओं को ऐसा आयोजन करना था, तो उन्हें सत्ता में रहते हुए यह करना चाहिए था, लेकिन आज जब मोदी और योगी की सरकार ने इसे संभव किया, तो वह आलोचना करने में लगे हुए हैं। आखिरकार, साक्षी महाराज ने यह कहा कि इस कुंभ ने भारत की संस्कृति और एकता को मजबूती दी है, और विरोध करने वाले नेताओं को यह समझना चाहिए कि इस तरह के आयोजन सिर्फ एक राजनीति नहीं, बल्कि देश की धरोहर और अस्मिता हैं। भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने कहा है कि हर के मामले में राहुल गांधी का सम्मान किया जाना चाहिए। साथी साक्षी महाराज ने कहा है कि गिनीज बुक में उनका नाम भी दर्ज होना चाहिए। जो भी चुनाव लड़ते हैं वही हारते हैं भगवान उनको सलामत रखे हमारे सामने खड़े रहे ऐसे ही चुनाव हारते रहे और हम जीतते रहे। 65 बरस तक पुष्टिकरण के आधार पर इस देश में राजनीति होती रही, संविधान में बदलाव होता रहा। अभी तो हमको 10 साल हुए हैं आगे आगे देखिए होता है क्या भारत का जो संविधान है बाबा भीमराव अंबेडकर का मोदी जी उसका अनुपालन करते हुए और करते हुए संवैधानिक तरीके से 2047 तक भारत को विकसित भारत बनाने का काम करेंगे। इतने वर्ष आपियों की और पापियों की सरकार रही मैं हृदय से और हृदय की गहराई से धन्यवाद करूंगा दिल्ली की जनता का जिन्होंने आपियों को भी हटा दिया पापियों को भी हटा दिया। एक मिनट में पाप साप एक मिनट में आप साप। अब कल ही तो हमें शपथ ली है जो हमने अपने एजेंडा में कहा है उन एक-एक कार्य को वैसे ही पूरा करेंगे जैसे पूरे देश के लिए मोदी जी ने एजेंडा बना करके जो कहा उससे ज्यादा किया तो दिल्ली में जो कहा पार्टी ने उस से ज्यादा करके दिखाएंगे। कौन डरता है यह देश जानता है जनता जानती है इस भीड़ से कौन डरा कुंभ से कौन डरा भव्य आयोजन से डरा कौन आलोचना करने लगा तो जो डरते हैं वही आलोचना करते हैं। जिनके पास कोई बुद्धि नहीं है इसी प्रकार अनर्गलप्रलाब करते हैं। उसमें से अखिलेश जी हैं उनको कुंभ नहीं दिखाई दे रहा कुंभ में 2027 दिखाई दे रहा है। क्योंकि इसको मैं 2027 का परिणाम सुनिश्चित कर दिया। वह कुछ और ही सपने देख रहे थे 2025 के कुंभ ने 2027 का परिणाम घोषित कर दिया उनका दर्द यह है। भारतीय संस्कृति में और सनातन परंपरा में 2025 का कुंभ महापर्व एक इतिहास बनाकर के आज जा रहा है लगभग 67 करोड़ लोगो के द्वारा आज तक स्नान विश्व में ऐसा कहीं नहीं हुआ हिंदुस्तान में भी आज तक ऐसा कहीं नहीं हुआ। यह कुंभ महापर्व एकता का संदेश देकर के गया है देश एकता के रास्ते पर चल पड़ा है। सभी धर्म के लोगों ने एक अलग रास्ता पकड़ लिया है। 65 बरस तक पूरे हिंदुस्तान में पुष्टिकरण की राजनीति होती रही। इस हिंदुस्तान में मुसलमान को डराया धमकाया जाता रहा। भय दिखा भयभीत किया जाता रहा लेकिन मोदी जी ने सबके साथ सबके विकास के महामंत्र के साथ जो सारे देश में विकास किया उससे प्रेम का सो सौहार्द और वातावरण बना। और यह कुंभ सोने में सुहागा हो गया नहीं जो कुंभ में स्नान करने ना आया हो। जो ना आया हो कम से कम उसके मन में पछतावा होगा। कि हम क्यों नहीं पहुंच पाए कुछ लोगों के सामने तो समस्या थी। 67 करोड़ का कुंभ में स्नान करना बहुत बड़ी बात है। कुंभ का जिन लोगों ने विरोध किया वह विरोध आगे भी करेंगे उन्हें गंगा मैया और सद्बुद्धि प्रदान करें अखिलेश यादव के लिए कुछ कहना ठीक नहीं है इसलिए कहते हैं ना नाच ना आवे आंगन टेढ़ा। जब वह सत्ता में थे तब वह इतना बड़ा आयोजन कर सकते थे किसने रोका था लेकिन आज जब इतना बड़ा आयोजन मोदी और योगी के कृपा से हो गया है एकता का इतना बड़ा संदेश चला गया है विभिन्न विरोधी दल राजनीतिक पार्टी की जमीन खिसक गई है इसलिए ऊल जलूल बातें कर रहे हैं जिसका कोई तर्क नहीं है।