उत्तर प्रदेशउन्नावताज़ा खबरे

पं. विशम्भर दयाल त्रिपाठी जी की 65 वीं पुण्यतिथि पर योगदान विषय पर गोष्ठी का हुआ आयोजन

संवाददाता सचिन पाण्डेय

उन्नाव ।।बांगरमऊ तहसील क्षेत्र की ग्राम पंचायत रसूलपुर रूरी स्थित श्री विशम्भर दयाल त्रिपाठी राजकीय महाविद्यालय में सोमवार को प्रमुख स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं जिले के प्रथम सांसद पं. विशम्भर दयाल त्रिपाठी जी की 65 वीं पुण्यतिथि पर ‘सामाजिक एवं शैक्षिक उत्थान में पं. विशम्भर दयाल त्रिपाठी जी के योगदान’ विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में विधायक श्रीकांत कटियार ने अपनी भावांजलि अर्पित करते हुए कहा कि पं. विशम्भर दयाल त्रिपाठी सिर्फ बाँगरमऊ तक ही सीमित नहीं रहे ,बल्कि संपूर्ण जनपद में उनके द्वारा किये गये कार्यों की चर्चा होती है।

विधायक श्रीकांत कटियार ने कहा कि देश की आजादी से लेकर सामाजिक एवं शैक्षिक उत्थान में भी पं. विशम्भर दयाल त्रिपाठी जी की अग्रणी भूमिका रही है | स्वतंत्रता आन्दोलन से लेकर एक लाख किसानों की पदयात्रा, भूदान आन्दोलन में उनके द्वारा निभाई गयी प्रमुख भूमिका, क्षेत्र में सामाजिक उन्नति के विभिन्न शिक्षण संस्थाओं की स्थापना आदि कार्यों प्रमुख कार्यों के कारण उन्हें हमेशा स्मरण किया जायेगा।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहीं श्री विशम्भर दयाल त्रिपाठी जी की सुपुत्री एवं सेवा निवृत्त एसोसियेट प्रोफेसर, केन्द्रीय हिंदी संस्थान आगरा डॉ. रश्मि दीक्षित ने याद करते हुए कहा कि मेरे पूज्य पिता जी को उन्नाव कितना प्रिय था और वे उन्नाव को कितने प्रिय थे ,इसे शब्दों में व्यक्त कर पाना असम्भव है। उन्होंनें उन्नाव में स्वतन्त्रता आन्दोलन के लिए अन्य क्रान्तिकारियों के साथ मिलकर एक अलग और महत्वपूर्ण अलख प्रज्ज्वलित की। उन्होंने कभी भी अपने या अपने परिवार के सुखों की चिंता नहीं की। मुझे गर्व है कि मैं उनकी सन्तान हूँ।

श्री विशम्भर दयाल त्रिपाठी जी की नातिन एवं दुर्गावाहिनी शक्ति साधना प्रमुख अवध प्रांत डॉ. आस्था मिश्रा ने कहा कि मेरे नाना के साहस की अनेक कहानियाँ कही जाती है। अन्याय का विरोध करने में वे बेहद उग्र थे। गोष्ठी में कानपुर विश्वविद्यालय के महाविद्यालय समन्वयक डॉ. मानस उपाध्याय, महाविद्यालय की सहायक प्रोफेसर, समाजशास्त्र विभाग डॉ. नवनीत कौर, स्वतंत्रता सेनानी साहबलाल द्विवेदी के पुत्र विपिन द्विवेदी, पूर्व सांसद चौधरी राघवेन्द्र सिंह के पुत्र प्रमेश सिंह, कानपुर विश्वविद्यालय के सहायक पुस्तकालय अधीक्षक डॉ रवि शुक्ला व प्रयोगशाला सहायक अनिल कुमार यादव ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में डॉ. एन. के. सिंह, डॉ. नवनीत कौर, डॉ. मनीषा बाजपेई, डॉ. अरविन्द कुमार, डॉ. विकास बाजपेई, अमित कुमार, विनीत कुमार, डॉ. अनुराग रावत, डॉ. दयानन्द मिश्रा, नन्हा सिंह, अनिल कुमार व योगेन्द्र सिंह, आदि प्रबुद्ध लोगों ने भाग लिया।।

Rishabh Tiwari

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button