मौजूद स्टाफ और जूनियर डॉक्टरों ने उसे बचाने की कोशिश की। सीपीआर दिया। लेकिन, उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। मामले का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें डॉक्टर मरीज को बचाने की जद्दोजहद करते दिख रहे हैं।
बाराबंकी का ये अस्पताल राजधानी लखनऊ से महज 20 किमी की दूर पर है। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने जुलाई में दौरा किया था। उससे पहले 2022 में भी अचानक दौरे पर पहुंचे थे। तब डिप्टी सीएम से कार्डियोलॉजिस्ट की डिमांड की गई थी। बावजूद इसके 2 साल से अस्पताल में स्पेशल डॉक्टर नहीं है।
सीएमओ बोले- कई बार शासन से मांगा डॉक्टर
बाराबंकी के सीएमओ डॉ. अवधेश कुमार यादव ने कहा- मरीज की मौत का मुझे दुख है। मौजूदा फिजीशियन ने मरीज का इलाज किया। लेकिन, मरीज को हम बचा नहीं पाए। काफी समय से जिला अस्पताल में हृदय रोग विशेषज्ञ नहीं है। शासन को इससे अवगत करा दिया गया था।
डिप्टी सीएम से भी हो चुकी है शिकायत
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक जिला अस्पताल का दो बार दौरा कर चुके हैं। उस समय उन्हें बताया गया था कि हृदय रोग का डॉक्टर ना होने से कारण यहां मरीजों को दिक्कत हो रही है। कई की हालत भी गंभीर हो जाती है। बस्ती जेल के एक बंदी की हालत बिगड़ने पर जिला अस्पताल लाया गया तो उसकी भी मौत हो गई थी।