देवेन्द्र तिवारी
उन्नाव। बांगरमऊ नगर के संडीला मार्ग पर ग्राम काजीपुर के पास नहर के माइनर की टूटी एवं सकरी पुलिया पर आए दिन होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने हेतु फारूक अहमद एडवोकेट ने मुख्यमंत्री से नवनिर्माण कराए जाने की मांग की है।
तहसील क्षेत्र के ग्राम इस्माइलपुर आंबापारा (कुर्मिन खेड़ा) निवासी उच्च न्यायालय खंडपीठ लखनऊ के वरिष्ठ अधिवक्ता तथा यश भारतीय सम्मान से सम्मानित प्रमुख समाजसेवी फारूक अहमद एडवोकेट ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि बांगरमऊ संडीला मार्ग के अत्यंत जर्जर होने के कारण यातायात बंद हो गया था जिससे आम जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। जिससे क्षुब्ध होकर उन्होंने उच्च न्यायालय खंडपीठ लखनऊ में जनिहित याचिका संख्या-344/2011 दायर की थी, जिसे स्वीकार करते हुए दिनांक 13 अप्रैल 2011 को मा० उच्च न्यायालय ने उत्तर प्रदेश सरकार व संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया था कि बांगरमऊ-संडीला मार्ग का निर्माण एवं चौड़ीकरण किया जाए। जिसके अनुपालन में उत्तर प्रदेश सरकार ने इस मार्ग का निर्माण एवं चौड़ीकरण कराया था।
संडीला मार्ग पर नगर से 2-3 किलोमीटर दूर ग्राम काजीपुर के पास नहर के माइनर पर रोड के चौड़ीकरण एवं निर्माण से पूर्व 4 मीटर की पुलिया बनी थी, उसका निर्माण नहीं किया गया। उक्त पुलिया काफी सकरी व पुरानी तथा जर्जर होने के कारण आए दिन यहां दुर्घटनाएं होती रहती हैं, जिससे कि आम जनमानस को काफी हानि होती रहती है। फारूक अहमद एडवोकेट ने पत्र में यह भी कहा है कि वर्ष 2011-12 में मा० उच्च न्यायालय द्वारा जनहित याचिका में पारित आदेश के अनुपालन में इस मार्ग का चौड़ीकरण किया गया था, उस समय यदि पुलिया के चौड़ीकरण का स्टीमेट बनाया गया था और सरकार द्वारा पैसा भी स्वीकृत हुआ था तो उपरोक्त पुलिया का निर्माण एवं चौड़ीकरण क्यों नहीं किया गया। इस संबंध में गहनता से जांच की जाए और दोषियों के विरुद्ध वसूली हेतु कानूनी कार्यवाही की जाए जिससे कि सरकारी धन के गबन पर रोक लग सके। फारूक अहमद एडवोकेट ने दोषियों के विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही करने की मांग की है। मुख्यमंत्री को लिखे पत्र की प्रतिलिपि “मंत्री” लोक निर्माण विभाग उत्तर प्रदेश सरकार, “प्रमुख सचिव” लोक निर्माण विभाग उत्तर प्रदेश शासन, “मुख्य अभियंता” (मध्य) लोक निर्माण विभाग, जिलाधिकारी उन्नाव तथा अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग निर्माण खण्ड 1 उन्नाव को भी आवश्यक कार्यवाही हेतु प्रेषित की गई है।।