शिवम शर्मा
उन्नाव। देश और दुनिया में ख्वाजा गरीब नवाज के करोड़ों चाहने वाले हैं उन सभी की ख्वाहिश रहती है कि वह उर्स के मौके पर अजमेर जाकर दरगाह में हाजिरी लगाए लेकिन यहां कहा जाता है कि इरादे रोज बनते हैं और टूट जाते हैं अजमेर वही आते हैं जिन्हे ख्वाजा बुलाते हैं ख्वाजा गरीब नवाज का 812व उर्स झंडे की रस्म से शुरुआत हुआ था। इस दिन से ही ख्वाजा के आशिकों का अजमेर में आने का सिलसिला भी झंडे की रस्म से ही शुरू हो जाता है। देश में एकमात्र ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह ही है जहां 6 दिन उर्स मनाया जाता है। यहां करोड़ की तादात ख्वाजा गरीब नवाज के चाहने वालों रैला चलता है। उन्नाव मे ख्वाजा गरीब नवाज के चाहने वालों ने शहर में कई जगहों पर अलग-अलग स्टाल लगाए ख्वाजा गरीब नवाज के उर्स के मौके पर लंगर बांटा गया। शहर के बड़ा चौराहा, छोटा चौराहा, जामा मस्जिद, सब्जी मंडी, व कॉलेज रोड के आलावा ऐसे ही कई जगहों का ख्वाजा का लंगर बाटा गया. लंगर मे तमाम तरह की चीजे बाँटी गयी जैसे पूड़ी सब्जी, वेज बिरयानी, कॉफी, चाय, बिस्कुट, और भी तमाम आईटम बाँटे गए। ख्वाजा गरीब नवाज मोइनुद्दीन हसन चिश्ती का 812वां उर्स बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है इस दौरान जो लोग जंहा रहते है वंहा पर ख्वाजा के चाहने वाले नजरों नियाज करते हैं कुरान ख्वानी करते है साथ ही यहां पर लंगर भी तस्कीम किया जाता है। नातो मनकबत और तकरीर के बाद कुल शरीफ की रस्म अदा होती है।