उन्नाव।राष्ट्रीय क्षय(टीबी) उन्मूलन कार्यक्रम(एनटीईपी) के तहत जनपद में 23 नवंबर से पाँच दिसम्बर तक सक्रिय क्षय रोगी खोज(एसीएफ) अभियान चलाया जाएगा। जिसके तहत स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा संभावित क्षय रोगियों की पहचान की जाएगी तत्पश्चात इन संभावित क्षय रोगियों टीबी की जांच की जाएगी और टीबी की पुष्टि होने पर उनका टीबी का इलाज शुरू किया जाएगा।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ हरनाम सिंह ने बताया कि एसीएफ अनाथालय, वृद्धाश्रम, नारी निकेतन, ईंट भट्टे, निर्माणाधीन प्रोजेक्ट, , फल मंडी, सब्जी मंडी, क्रेशर, खदानों, बाल संरक्षण गृह, लेबर मार्केट, नवोदय विद्यालय आदि में भी चलाया जाएगा।
जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि कुल आबादी की 20 फीसद आबादी को आच्छादित करते हुए शहरी एवं ग्रामीण बस्ती तथा हाई रिस्क क्षेत्र में यह अभियान चलेगा अर्थात जनपद की कुल आबादी 37,18,787 है , इसका 20 फीसद यानि 7,43, 760 आबादी में एसीएफ चलेगा।जिसके लिए माइक्रोप्लान तैयार कर लिया गया है।
एसीएफ में 316 टीमें लगाई गयी हैं और हर टीम में आशा, आंगनवाड़ी एवं कम्युनिटी वोलेंटियर रहेंगे।एसीएफ साल 2017 में शुरू हुआ था। यह साल में दो बार चलाया जाता है। इस साल मार्च में यह अभियान चला था जिसमें 63 लोगों में टीबी की पुष्टि हुई थी तथा इनका टीबी का इलाज शुरू हुआ। वर्तमान में सभी 63 टीबी रोगियों का इलाज पूरा हो चुका है।
जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में जनपद में 6,575 टीबी रोगी हैं जिनमें 5,139 पल्मोनरी और 1436 एक्स्ट्रा पल्मोनरी टीबी के मरीज हैं।
एसीएफ के माध्यम से अधिक से अधिक लक्षित आबादी तक पहुंचकर क्षय रोगियों को चिन्हित करने का प्रयास करेंगे जिससे कि उनका टीबी का इलाज शुरू किया जाये। यह साल 2025 तक टीबी उन्मूलन का एक् अहम हिस्सा है ।