सचिन पाण्डेय
उन्नाव।जिला कारागार में जेलों की चार दीवारों में बंद भाई दूज के त्यौहार पर सैकड़ों बहनों का प्यार दिखा है। सुबह से ही बहने अपने भाइयों से मिलने के लिए कारगार के बाहर पर्ची काउंटर पर पहुंच गई थी। 250 से अधिक महिलाओं ने आज अपने भाइयों से जेल में भाई दूज के मौके पर मुलाकात की साथ ही उन्नाव जिला कारागार में एक बड़ी संख्या में बहनें अपने भाई से मिलने पहुंची और उसे देखते ही भावुक हो गईं।
बहनों के आंसू छलक पड़े तो भाइयों की आंखें भी गीली हो गईं, बहनों ने भाई के माथे पर तिलक लगाया। भाइयों ने बहनों की रक्षा का वादा कर घर के हाल चाल लिए। पर्ची काउंटर सुबह 7:00 से खुल गई थी यहां पर बड़ी संख्या में बहने लाइन लगाकर अपने नंबर का इंतजार कर रही थी पर्ची काउंटर का बंद होने का समय 2:00 बजे का था। हालांकि जिला जेल प्रशासन ने सभी बहनों को अपने भाइयों से मुलाकात का मौका दिया किसी भी बहन को बिना मिले नहीं जाने दिया गया। वंही भाई और बहन की भावनाओं को ध्यान रखते हुए उन्नाव जिला कारागार प्रशासन ने उनकी मिलाई के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए है।
भाई से मुलाकात के लिए सुबह से बड़ी संख्या में पहुंची बहनें।कारागार के बाहर पर्ची काउंटर पर भारी संख्या में बहने अपने भाइयों की माथे पर टीका लगाने के लिए पहुंची है। पर्ची कटवाने के बाद जिला कारागार में मिलाई के लिए एक लंबी सी लाइन लगाई गई है जहां पर एक-एक महिलाओं के हाथ पर मोहर लगाकर बड़ी सुरक्षा के बीच तलाशी लेकर जेल के अंदर भाइयों से मिलने के लिए भेजा गया है। जेल के अंदर भाई और बहनों के मिलने का समय जिला जेल प्रशासन ने लगभग 10 से 20 मिनट तय किया था इतने ही समय में सभी बहनों ने भाइयों के माथे पर तिलक लगाकर हाल-चाल पूछ साथ ही यह भी बताया कि बाहर आने के बाद वह सही से रहे।भईया दूज के त्योहार पर उन्नाव जिला जेल प्रशासन ने भाई बहनों की मिलाई कराई है। जेल में भाई बहनों की मुलाकात शिफ्टों के साथ 10 से 20 मिनट की टाइमिंग दी गयी है। जेल में बंद भाइयों ने भी अपनी बहनों की रक्षा का वचन दिया है, और भइया दूज का टीका करते समय बहनें भावुक हो गई थी। वंही जेल प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की बंदियों से मिलाई करने वालों की तलाशी के बाद टीके का सामान सुरक्षा जांच-पड़ताल के बाद ही अंदर भेजा गया है।