आपको बता दे कि गुजरात की साबरमती जेल में बंद माफिया अतीक अहमद को प्रयागराज पुलिस वापस यूपी लेकर आ रही है।
यहा उसे आगामी उमेश पाल के अपहरण के मामले में 28 मार्च को प्रयागराज की एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश किया जाएगा, अदालत द्वारा 28 मार्च को सजा का ऐलान करेगी। उपरोक्त मामले में अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ और गिरोह के कई सदस्य नामजद हैं। इसके लिए अदालत के आदेश पर प्रयागराज पुलिस पूरे लाव- लश्कर के साथ रविवार सुबह साबरमती जेल पहुंची थी। जेल में औपचारिकताएं पूरी करने के बाद शाम करीब चार बजे अतीक को साथ लेकर पुलिस टीम ने प्रयागराज की ओर चल दी । गुजरात से प्रयागराज लाने के लिए दो बख्तरबंद गाड़ियों के साथ छह गाड़ियों का काफिला करीब 50 पुलिसकर्मी गुजरात भेजे गए थे। सुरक्षा के लिहाज से एसटीएफ की एक टीम भी साथ गई थी। सोमवार शाम तक प्रयागराज लाने की तैयारी है। जिसके बाद उसे नैनी जेल की हाई सिक्योरिटी बैरक में रखने की तैयारी है।
यह है पूरा मामला ।
वर्ष 2005 में राजूपाल की हत्या के बाद चश्मदीद गवाह उमेश पाल का अतीक, अशरफ और उनके गुर्गों ने एक साल बाद अपहरण कर लिया था और उसे अज्ञात स्थान पर लेकर जाकर गवाही न देने के लिए बुरी तरह पीटा था। इसका मुकदमा उमेश पाल ने वर्ष 2007 में दर्ज कराया था। एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि इस मामले की सुनवाई अब पूरी हो चुकी है। इसी वजह से अतीक को प्रयागराज लाकर अदालत के सामने पेश किया जाना है। राजूपाल हत्याकांड में गवाही देने की वजह से ही अतीक और अशरफ ने साजिश रचकर गत 24 फरवरी को उमेश पाल की धूमनगंज इलाके में हत्या करा दी थी। इस मामले में अतीक का बेटा असद और चार अन्य शूटरों की गिरफ्तारी पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम भी घोषित हो चुका है।
सूत्रों के मुताबिक अतीक साबरमती जेल से अतीक अहमद जैसे ही बाहर निकला, उसका चेहरा उतरा नजर आया। बुरी तरह घबराए हुए अतीक को पुलिसकर्मियों ने धक्का देकर बख्तरबंद वाहन में चढ़ाया। इस दौरान उसे मीडिया से बातचीत नहीं करने दी गयी। अतीक को पुलिस सड़क मार्ग से प्रयागराज ला रही है।
वही सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव रविवार को पार्टी कार्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकारों से सवालों का जवाब दे रहे थे उसी में एक सवाल का जवाब देकर तंज कसते हुए कहा कि
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने अपने मंत्री को बता दिया होगा कि कहां और कब गाड़ी पलटेगी। यही वजह है कि मंत्री गाड़ी पलटने संबंधी बयान दे रहे हैं। अतीक अहमद को गुजराज के साबरमती जेल से प्रयागराज ले आने के दौरान मंत्री जेपीएस राठौर द्वारा गाड़ी पलटने संबंधी बयान दिया गया था। इस बयान के सवाल पर सपा अध्यक्ष ने तल्ख तेवर दिखाए। उन्होंने भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। कहा कि गाड़ी पलटने का यह रिकॉर्ड कहीं नहीं जाएगा। वे याद रखें कि अगर गूगल और अमेरिका से मदद लेंगे तो वो दिखाएंगे कि कार कैसे और कब पलटती थी। इसका सबूत पांच साल बाद भी ढूंढा जा सकेगा। सपा अध्यक्ष ने यह भी कहा कि प्रयागराज के भू माफिया के संबंध में भाजपा से हैं।