लखनऊ । सूत्रों के मुताबिक धोखाधड़ी से जुड़े एक मामले में गिरफ्तार किशोर की पहचान पुलिस कमिश्नर के फेसबुक पोस्ट से उजागर कर दी। जिसके बाद किशोर के पिता ने किशोर न्याय बोर्ड में पुलिस कमिश्नर, गाज़ीपुर के दरोगा शिवमंगल सिंह, कमलेश राय, धर्मेंद्र, गुड्डू प्रसाद, सिपाही सुनील कुमार , रोहित कुमार और गुडंबा थाने के दरोगा महेंद्र कुमार और आशित कुमार यादव के खिलाफ अर्जी देकर कार्रवाई की मांग की थी। इसमें बताया कि उनका नाबालिग पुत्र आज़मगढ़ के एक विद्यालय में कक्षा बारह का छात्र है।
आरोप है कि मामले की जानकारी पुलिस कमिश्नर को दिए जाने के बावजूद पुलिस ने 7 और 8 फरवरी को कमिश्नर के फेसबुक पोस्ट पर नाबालिग के पहचान के साथ उसकी गिरफ्तारी की सूचना को समाचार पत्रों एवम् अन्य चैनलों की जानकारी के लिए प्रसारित कर दिया।
सूत्रों के मुताबिक 6 जनवरी 2021 को वह अपनी मां को आलमबाग बस अड्डा छोड़ने गया था। बस अड्डे से ही उसके एक परिचित ने फोन कर बताया की उसके पुत्र को पुलिस ने पकड़ लिया है। शिकायतकर्ता के पुत्र को नाबालिग मानते हुए मामले को सुनवाई के लिए किशोर न्याय बोर्ड भेज दिया।