सचिन पाण्डेय
उन्नाव। मुख्य यजमान कमलेश पांडेय व श्रीमती मंजू पांडेय और आयोजक यजमान राहुल पांडेय व सुधांशु पांडेय द्वारा श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह का आयोजन शेखपुर स्थित पांडेय निवास परिसर में कराया गया है। अनंत श्री विभूषित कनिष्ठ जगत गुरु शंकराचार्य आत्मानंद सरस्वती जी महाराज ने छठे दिन कृष्ण रुक्मिणी के विवाह का बड़ा ही मनमोहक प्रस्तुतिकरण किया। रुक्मणी विदर्भ देश के राजा भीष्म की पुत्री और साक्षात लक्ष्मी जी का अवतार थी। रुक्मणी ने जब देवर्षि नारद के मुख से श्रीकृष्ण के रूप, सौंदर्य एवं गुणों की प्रशंसा सुनी तो उसने मन ही मन श्रीकृष्ण से विवाह करने का निश्चय किया। रुक्मणी का बड़ा भाई रुक्मी श्रीकृष्ण से शत्रुता रखता था और अपनी बहन का विवाह चेदिनरेश राजा दमघोष के पुत्र शिशुपाल से कराना चाहता था। रुक्मणी को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने एक ब्राह्मण संदेशवाहक द्वारा श्रीकृष्ण के पास अपना परिणय संदेश भिजवाया। तब श्रीकृष्ण विदर्भ देश की नगरी कुंडीनपुर पहुंचे और वहां बारात लेकर आए शिशुपाल व उसके मित्र राजाओं शाल्व, जरासंध, दंतवक्त्र, विदु रथ और पौंडरक को युद्ध में परास्त करके रुक्मणी का उनकी इच्छा से हरण कर लाए। वे द्वारिकापुरी आ ही रहे थे कि उनका मार्ग रुक्मी ने रोक लिया और कृष्ण को युद्ध के लिए ललकारा। तब युद्ध में श्रीकृष्ण व बलराम ने रुक्मी को पराजित करके दंडित किया। तत्पश्चात श्रीकृष्ण ने द्वारिका में अपने संबंधियों के समक्ष रुक्मणी से विवाह किया। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा और बधाई गीतों के साथ विवाहोत्सव मनाया। पांडेय परिवार सहित आरती व पूजन में कथा सूत्रधार भैरव धाम गंगाघाट के संस्थापक पंडित अजय द्विवेदी, कथा समन्वयक व मीडिया प्रमुख मनीष सिंह सेंगर, कथा सेवा मंडल से दुर्गेश दीक्षित, राहुल कश्यप, अभिषेक शुक्ला, रोहित अवस्थी, विघ्नेश पांडेय, विजय तिवारी, पंकज मिश्रा, अधिकार तिवारी, पार्थ पांडेय, राहुल वर्मा आदि ने भाग लेकर महाराजश्री से आशीर्वाद प्राप्त किया ।