संवाददाता सचिन पाण्डेय
उन्नाव।नमामि गंगे योजनान्तर्गत ग्राम डकारी, त्रिभुवन खेड़ा मे निर्माणाधीन सीवेज ट्रीटमेंट प्लान्ट की जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे द्वारा स्थलीय निरीक्षण कर भौतिक एवं वित्तीय प्रगति की जानकारी ली गयी।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा मैन पम्पिंग स्टेशन, प्राइमरी ट्रीटमेंट यूनिट, सीक्वेन्सिग बैच रियेक्टर, क्लोरीन काॅन्टेक्ट टैंक, फ्लड थिकनर, एडमिन बिल्डिंग, स्टाफ क्वार्टर्स, एयर ब्लोवर रूम, मीटर रूम इत्यादि की भौतिक प्रगति देखी गयी। इस मौके पर डीएम ने कार्यदायी संस्था सापुरजी-पालमजी को निर्देश दिये कि मैन पावर को बढ़ाकर सीवेज ट्रीटमेंट प्लान्ट के अधूरे कार्यों को जल्द से जल्द पूरा किया जाये, ताकि प्लान्ट को सुचारू रूप से संचालित किया जा सके। उन्होंने अधिशाषी अभियन्ता जल निगम को निर्देशित करते हुए कहा कि इस प्लान्ट का निर्माण कार्य नवम्बर 2022 तक पूरा किया जाना था, जबकि अभी भी कई सारे काम अधूरे हैं, प्लान्ट का सतत् पर्यवेक्षण करें और बिना किसी विलम्ब के कार्य पूर्ण करायें।
अधिशाषी अभियन्ता जल निगम द्वारा जानकारी दी गयी कि गंगा नदी को स्वच्छ बनाने के लिए यह प्लान्ट बनाया जा रहा है। उन्नाव शहर व जिला कारागार के सीवेज को टैप कर इस प्लान्ट में ले जाया जायेगा, जहाॅ प्लान्ट द्वारा सीवेज को ट्रीट किया जायेगा और शुद्ध पानी को गंगा नदी में प्रवाहित किया जायेगा। उन्होने बताया कि अक्टूबर 2019 से इस प्लान्ट को बनाया जा रहा है, नवम्बर 2022 तक इसको पूरा कर संचालित किया जाना था। इस प्लान्ट की 15 वर्ष तक के लिए मेन्टीनेंस सहित निर्माण लागत 102 करोड़ रूपये है। उन्होने प्लान्ट की भौतिक एवं वित्तीय प्रगति के बारे मे बताया कि अब तक 93 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। कार्यदायी संस्था द्वारा तेज गति से कार्य किया जा रहा है और जल्द ही यह कार्य पूर्ण हो जायेगा।
निरीक्षण के दौरान डिप्टी कलेक्टर देवेन्द्र सिंह, अधिशाषी अभियन्ता जल निगम धर्मेन्द्र कुमार, सहायक अभियन्ता जल निगम सुभाष चन्द्र सहित कार्यदायी संस्था के प्रोजेक्ट मैनेजर आदि मौजूद रहे।