सचिन पाण्डेय
कौशाम्बी:-जनपद मंझनपुर मुख्यालय के प्राचीन दुर्गा मंदिर प्रांगण में धर्म की स्थापना जन कल्याण एवं विश्व शांति हेतु भव्य सहस्त्र चंडी महायज्ञ का आयोजन किया गया है भव्य सहस्त्र चंडी महायज्ञ के पूर्व 28 अक्टूबर को दोपहर 4 बजे देवी मां के भक्त महिला पुरुषों द्वारा दुर्गा मंदिर प्रांगण से मंझनपुर चौराहा कोतवाली तक सिर में कलश रखकर भव्य कलश यात्रा का आयोजन किया गया पूरे रास्ते में भक्तों पर नगर वासियों ने पुष्प वर्षा की जगह जगह पर नाश्ता जलपान की व्यवस्था नगर वासियों द्वारा कराई गई थी नगर में भव्य कलश यात्रा के आयोजन को घर की छतों पर निकल कर महिलाओं बच्चों ने बड़े उत्सुकता से देखा भक्ति गीत वेद पाठ डीजे की धुन पर निकल रही कलश शोभा यात्रा की आवाज सुनकर सड़कों पर लोगों के पैर ठिठक गए और माता का जयकारा लगाने लगे धर्म की स्थापना के लिए सैकड़ों महिलाओ ने सिर पर कलश रखकर नगर क्षेत्र में भ्रमण किया कलश यात्रा में कार्यक्रम के जजमान भी कलश यात्रा में शामिल रहे और रास्ते में जितने भी मंदिर मिली जजमान द्वारा मंदिरों में पूजा अर्चना की गई
कार्यक्रम स्थल में पहले से गंगा का पवित्र जल कलश में रखा हुआ पीले वस्त्रों और चुनरी धारण किये हुए महिलाओं ने कलश को सिर पर रखकर प्रभु का स्मरण करते हुए भक्ति मय वातावरण में भक्ति संगीत बेद पाठ के साथ नृत्य करते सहस्त्र सतचंडी महायज्ञ स्थल से मंझनपुर चौराहा होते हुए वापस सहस्त्र सतचंडी महायज्ञ स्थल तक कलश लाईं इस कलश यात्रा को देखने के लिए सड़कों और अपने घरों की छत से लोगों ने देखकर कार्यक्रम की सफलता को लेकर प्रभु से कामना की।बार बार भक्ति रूपी मधुर स्वर फिजा में गूंज रहा था रास्ते में जगह-जगह कलश यात्रा में शामिल लोगों के लिए नाश्ता जलपान की व्यवस्था भी भक्तों द्वारा कराई गई है
कलश यात्रा के बाद विधि-विधान से काशी के विद्वान पंडितों द्वारा वेदी पूजन एवं अग्नि स्थापना 29 अक्टूबर को दोपहर 2:00 बजे किया जाएगा 29 अक्टूबर से सहस्त्र चंडी महायज्ञ का शुभारंभ होगा और 7 नवंबर तक सहस्त्र चंडी महायज्ञ का आयोजन प्राचीन दुर्गा मंदिर प्रांगण मंझनपुर में काशी के विद्वान पंडितों द्वारा किया जाएगा सहस्त्र चंडी महायज्ञ में काशी के सैकड़ों विद्वान पंडितों द्वारा मंत्र उच्चारण द्वारा सहस्त्र चंडी महायज्ञ आयोजित किया गया है सहस्त्र चंडी महायज्ञ के दौरान भक्तों द्वारा देर रात्रि तक परिक्रमा किया जाएगा कार्यक्रम में शामिल हो रहे काशी के विद्वान पंडितों ने बताया कि सहस्त्र चंडी महायज्ञ की परिक्रमा करने से जितना पुण्य लाभ जजमान को मिलता है उतना ही पुण्य लाभ परिक्रमा करने वाले भक्तों को मिलता है
भब्य कलश यात्रा के समय मुकुंदी लाल आनंद कुमार अन्नू सुशील केसरवानी पूर्व चेयरमैन नरेश चंद्र केसरवानी संस्कृत विद्यालय के वेद पाठी छात्र रमेश चंद केसरवानी राजेश केसरवानी बैजनाथ केसरवानी प्रेमचंद चौधरी राजेंद्र कुमार राजन अंशुल केसरवानी डॉक्टर अरुण केसरवानी आशीष कुमार केसरवानी बच्चा मूलचन्द गोपी मोदनवाल सहित तमाम लोग मौजूद रहे जिले में पहली बार भब्य सहस्त्रचंडी महायज्ञ का आयोजन हो रहा है कार्यक्रम के समापन के अवसर पर 7 नवंबर को सामूहिक हवन एवं भव्य भंडारा का आयोजन आयोजकों द्वारा किया गया है