लखनऊ के कैंट इलाके के दिलकुशां में सेना के आफिसर्स कालोनी गौर इंक्लेव की दीवार तीन दिन से हो रही बारिश में भरभराकर गिर गई। दीवार के मलबे में दबकर दो परिवार के नौ लोगों की मौत हो गई। सभी वहीं निर्माणाधीन दीवार के मजदूरी करते थे। हादसा शुक्रवार तड़के करीब 3 बजे हुआ। हादसे का शिकार हुए सभी मृतक झांसी और मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ के रहने वाले हैं।
हादसे में घायल 20 वर्षीय राघवेंद्र ने बताया कि घटनास्थल पर कुल पांच झोपड़ियों में सभी मजदूर अपने परिवार के साथ रहते थे। उसकी झोपड़ी दीवार से कुछ दूरी पर थी, इसलिए वह बच गया।
घटना में घायल 18 वर्षीय गोलू का, जिसे घायल अवस्था में एसडीआरएफ की टीम ने घटनास्थल से रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंचाया उसने बताया कि
हम लोगों ने दिनभर दीवार बनाने का काम किया… पंद्रह दिन पहले ही मजदूरी करने यहां आए थे। रोज की एक निश्चित दिनचर्या थी। सुबह जल्दी उठकर बासी खाना खाकर काम पर लग जाते थे। शाम ढलते ही सब प्लास्टिक, तिरपाल, बांस और खपच्चियों से बनी झोपड़ियों में सब मिलकर खाना बनाते और खाकर सो जाते थे। गुरुवार रात भी यही किया। अचानक अंधेरे में रात 12 बजे के आसपास आंख खुली तो सामने दर्दनाक मंजर था। पहले तो कुछ समझ ही नहीं आया। पैर उठाने की कोशिश की तो दर्द से कराह उठा। फोन से पुलिस को सूचना दी…जैसे ही पुलिस पहुंची…मैं बेहोश हो गया। होश आया तो खुद को अस्पताल में पाया।