संवाददाता अशीष कुमार सिंह, भारतेंदु नाट्य अकादमी एवं रंगनाद, लखनऊ के संयुक्त तत्वावधान में “शिक्षा में रंगमंच का महत्व” विषय पर आधारित दस दिवसीय नाट्य कार्यशाला जूनियर हाई स्कूल, बी.सी. बाजार, कैंट में आयोजित की गई, जिस का समापन आर.ए.बाजार तोपखाना स्कूल के प्रेक्षागृह किया गया। विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक प्रतिभाग किया और रंगमंच की बारीकियों का गहन प्रशिक्षण प्राप्त किया।
रोज़ी मिश्रा जी के निर्देशन में संचालित इस कार्यशाला का मुख्य विषय आंगिक अभिनय रहा। बच्चों को थियेटर गेम्स, रस-भाव, गति-चलन, योग एवं ध्यान के अभ्यासों के माध्यम से शारीरिक और मानसिक सजगता के साथ अभिनय की कला सिखाई गई। संवाद के बिना केवल शरीर और भावों के माध्यम से अपनी बात को अभिव्यक्त करना भी इस प्रशिक्षण का एक अहम हिस्सा रहा।

कार्यशाला का समापन 21 जून 2025 को किया गया, जिसमें बच्चों ने दो प्रस्तुतियाँ दीं। इन प्रस्तुतियों में आंगिक अभिनय और योग के बीच की एकरसता को रचनात्मक रूप से मंचित किया गया, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा। बच्चों की प्रस्तुतियों में अनुशासन, अभिव्यक्ति की स्पष्टता और शारीरिक नियंत्रण की झलक साफ़ दिखाई दी।
समापन अवसर पर सभी कैंट बोर्ड विद्यालय की प्रधानाचार्या साधना सिंह,पूनम, वंदना, किरन,इन्दु गुप्ता,सरन समेत अनेक अध्यापकगण,छात्र व छात्राएं उपस्थित रहे। सभी ने बच्चों की प्रस्तुति की सराहना की और इस प्रकार की गतिविधियों को बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए अत्यंत आवश्यक बताया।
यह कार्यशाला बच्चों के आत्मविश्वास, रचनात्मकता और भाव-प्रदर्शन की क्षमता को निखारने की दिशा में एक सराहनीय पहल रही। कार्यशाला में समीक्षा राठौर,शुभी तिवारी, सुनैना द्वारा प्रशिक्षिका को सतत सहयोग प्रदान किया गया, जिससे सम्पूर्ण कार्यक्रम सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ।
