योगी सरकार प्रदेश में परशुराम तीर्थ सर्किट बनाएगी । जिससे पांच तीर्थस्थल आपस में जुड़ जाएंगे ।
पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद ने शाहजहांपुर के जलालाबाद स्थित परशुराम जन्मस्थली को पर्यटन स्थल का दर्जा दिलाने की मांग की थी।
सर्किट की लंबाई 500 किलोमीटर से ज्यादा है। इस कॉरिडोर के लिए टेंडर भी हो गया है ।
पिछले दिनों में पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद ने परशुराम जन्मस्थली के कई दौरे किए। परशुराम जन्मस्थली के महंत और पुजारियों से वार्ता की।
इसके बाद नैमिषधाम के पुजारी, गोलागोकरन नाथ के पुजारी समेत कई साधू संतों से राय लेकर इस कॉरिडोर की रूपरेखा तैयार कर प्रस्ताव बना के एनएच के सहयोग से कॉरिडोर बनाने का निर्णय लिया है।
इस प्रस्ताव पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से भी बैठक कर चर्चा की गई है। इसमें नैमिष के कुछ हिस्से की टेंडर प्रक्रिया हो गई है। वहीं जल्द केन्द्र से हरी झंडी मिलते ही काम शुरु कर दिया जाएगा। पीडब्ल्यूडी की एनएच विंग की तरफ से सर्किट निर्माण की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।
परशुराम तीर्थ सर्किट यह है ।
महर्षि परशुराम तीर्थ सर्किट नैमिषारण्य से महर्षि दधीचि की कर्मस्थली मिश्रिख, गोला गोकरणनाथ , गोमती उद्गम होते हुए माता पूर्णागिरी से शाहजहांपुर के जलालाबाद स्थिति महर्षि परशुराम धाम से फर्रुखाबाद के नीम करौरी धाम तक बनेगा। यह सर्किट यूपी के सीतापुर, लखीमपुर, पीलीभीत, शाहजहांपुर,फर्रुखाबाद, बरेली से होकर गुजरेगा।