लुलु मॉल का इनॉगरेशन योगी आदित्यनाथ ने 10 जुलाई को किया था।
लुलु मॉल विवाद पर सीएम योगी की पहली बार प्रतिक्रिया आई उन्होंने कहा, “एक मॉल को राजनीति का अड्डा बनाने का घिनौना प्रयास किया जा रहा है। सांप्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिश हो रही है। प्रशासन इसको गंभीरता से लें। अनावश्यक बयानबाजी, सड़कों पर प्रदर्शन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
13 जुलाई को लुलु मॉल में नमाज पढ़ने का एक वीडियो वायरल हुआ था। तभी से प्रदेश का यह सबसे बड़ा लूलु मॉल विवादों में आ गया । हिंदू महासभा ने यहां हनुमान चालीसा का पाठ करने का ऐलान किया था पर उन्हे समझाया गया लेकिन फिर दो लड़कों ने हनुमान चालीसा पढ़ी ।
सिर्फ यही नहीं, लूलू मॉल में 80% मुस्लिम कर्मचारियों को रखने के आरोप भी लगे। इस पर लूलू मॉल के प्रबंधन ने सफाई दी थी कि मॉल में 80% से ज्यादा हिंदू वर्कर्स हैं। शेष, मुस्लिम, ईसाई और अन्य वर्ग के हैं।
राजधानी लखनऊ में खुले लुलु मॉल में नमाज पढ़ने के आरोपी चार लोगों को पुलिस ने मंगलवार सुबह हिरासत में ले लिया है। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रशासन को ऐसे तत्वों पर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।