लखनऊ। डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में निशुल्क इलाज की व्यवस्था समाप्त होने के पहले दिन मरीजों को दोहरा झटका लगा एक रुपए के स्थान पर मरीजों को पंजीकरण के लिए ₹100 शुल्क चुकाना पड़ा दूसरी तरफ निशुल्क दवा की सुविधा समाप्त होने के बाद सभी दवाई रियायती दर पर नहीं मिली नही मिली ।
ऐसे में मरीजों को करीब –करीब आधी दवाई बाजार के मेडिकल स्टोर से खरीदनी पड़ी । लोहिया संस्थान के हॉस्पिटल ब्लॉक में अभी तक मरीजों को ज्यादातर दवाएं निशुल्क मिल जाती थी। शासन से आदेश आने के बाद संस्थान ने मुफ्त इलाज बंद करने का फैसला लिया है इसके तहत पहले दिन शनिवार से मुफ्त दवाई मिलनी बंद हो गई ।
दावा था कि मरीजों को हॉस्पिटल के रिवाल्विंग फंड सेंटर(एचआरएफ) पर रियायती दरों पर सभी दवाई मिल जाएगी ,लेकिन ऐसा नहीं हुआ मरीजों को आधी अधूरी दवाएं ही एचआरएफ सेंटर से मिली
असल में हॉस्पिटल ब्लॉक में मिलने वाली सभी दवाएं अभी एचआरएफ में उपलब्ध नहीं है इसी वजह से मरीजों को आधी अधूरी दवाई मिली, वही लोहिया संस्थान का प्रशासन कहना है कि मरीजों की सस्ती दवाएं मुहैया कराई गई है ।
नई व्यवस्था होने की वजह से कुछ समस्या हो सकती है लेकिन एक-दो दिन में स्थिति पूरी तरह से सामान्य हो जाएगी ।