मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक रविवार को खेकड़ा में शिक्षक गजे सिंह धामा के निधन पर परिजनों को सांत्वना देने पहुंचे थे। आवास पर रविवार दोपहर करीब 12 बजे पहुंचे। पुलिस कर्मियों ने उन्हें सलामी दी। इसके बाद उन्होंने दिवंगत शिक्षक गजे सिंह धामा के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और शिक्षक की पत्नि सत्यवती देवी, पुत्र विकास धामा, गौरव धामा आदि को सांत्वना दी पत्रकारों से बातचीत करते हुए राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि सरकार को इस योजना के बारे में फिर से सोचना चाहिए। इस योजना को लेकर युवाओं में गुस्सा बढ़ा हुआ है। यह योजना युवाओं के हितों पर कुठाराघात है। अग्निपथ योजना युवाओं को बर्बाद कर देगी। उनकी शादी भी नहीं होगी। योजना से सेना का सम्मान भी घटेगा। पीएम नरेंद्र मोदी से मिलकर उनको समझाएंगे, जिससे इस योजना को वापस लिया जा सके । अग्निपथ योजना के तहत नौकरी करने वाले युवा चार वर्ष बाद वापस आकर अपने घर बैठ जाएंगे। क्योंकि उसके बाद यह तय नहीं है कि उनको किसी अन्य जगह नौकरी मिलेगी। इससे युवाओं का भविष्य बर्बाद हो जाएगा। सेवानिवृत्त होने के बाद राजनीति नहीं करेंगे और किसानों की हितों की लड़ाई लड़ेंगे। वह कश्मीर का सच नाम से पुस्तक लिखेंगे। पुस्तक में उनके राज्यपाल रहते हुए कश्मीर की जनता के साथ के अनुभवों को साझा करेंगे। उनके रहते कश्मीर में शांति रही।
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