देवेंद्र तिवारी
उन्नाव। थाना बांगरमऊ में पुलिस द्वारा हिस्ट्रीशीटरों के खिलाफ एक सघन चेकिंग अभियान चलाया गया। इस अभियान का आयोजन पुलिस अधीक्षक दीपक भूकर के कुशल निर्देशन ओर क्षेत्राधिकारी बांगरमऊ अरविंद चौरासिया के नेतृत्व में किया गया। इस चेकिंग अभियान में कुल 7 टीमें बनाई गईं, जिनमें 2 निरीक्षक, 7 उपनिरीक्षक और 49 आरक्षी शामिल थे। पुलिस ने बांगरमऊ क्षेत्र में स्थित कस्बे में यह अभियान चलाया। अभियान के दौरान 34 हिस्ट्रीशीटरों का सत्यापन किया गया। पुलिस ने इन हिस्ट्रीशीटरों के खिलाफ विभिन्न आपराधिक गतिविधियों में संलिप्तता के आधार पर उन्हें थाने पर लाकर उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई करने की प्रक्रिया शुरू की।
बता दे की यह अभियान मुख्य रूप से क्षेत्र में बढ़ते अपराध को रोकने और स्थानीय नागरिकों के बीच सुरक्षा का एहसास कराने के उद्देश्य से आयोजित किया गया। पिछले कुछ समय से हिस्ट्रीशीटरों की गतिविधियों में बढ़ोतरी को देखते हुए यह आवश्यक समझा गया कि इस प्रकार की सघन चेकिंग की जाए। पुलिस अधीक्षक दीपक भूकर ने बताया कि यह अभियान केवल एक शुरुआत है। भविष्य में भी इस तरह के चेकिंग अभियान नियमित रूप से चलाए जाएंगे। उनका कहना है कि पुलिस प्रशासन का लक्ष्य है कि अपराधियों में भय उत्पन्न किया जाए और आम जनता को सुरक्षा का अनुभव हो। अभियान के दौरान पुलिस ने स्थानीय नागरिकों से भी सहयोग मांगा। पुलिस ने बताया कि आम जनता की सहायता से ही वे अपराधियों को पकड़ने में सफल हो सकते हैं। इसके अलावा, उन्होंने लोगों को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना पुलिस को देने की अपील की। चेकिंग अभियान में शामिल पुलिस बल ने बताया कि यह अभियान पहले से तैयारियों के साथ किया गया था। पुलिस टीमों ने विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की, जिसमें संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान की गई और उनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की गई। इस सघन चेकिंग के दौरान, कई हिस्ट्रीशीटरों के खिलाफ पूर्व में दर्ज मामलों की जानकारी भी प्राप्त की गई। पुलिस ने बताया कि यदि कोई हिस्ट्रीशीटर कानून से भागने का प्रयास करता है, तो उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही पुलिस ने यह भी सुनिश्चित किया कि इस अभियान के दौरान स्थानीय नागरिकों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। सभी टीमें इस बात का ध्यान रख रही थीं कि चेकिंग के दौरान नागरिकों के साथ सहयोगात्मक व्यवहार किया जाए। पुलिस ने ज्यादातर हिस्ट्री सीटों से एक ही सवाल पूछा कि वर्तमान समय में कहां काम कर रहे और कहां रह रहे हो जिसे सही जवाब दिया उसका वेरिफिकेशन करने के बाद छोड़ा गया है, जो संदिग्ध पाए गए हैं, उनकी जांच पड़ताल शुरू की गई है।