लखनऊ के थाना कैसरबाग में प्रदेश के पहले ट्रांसजेंडर पुलिस सहायता केंद्र का उद्घाटन करते पुलिस उपायुक्त सोमेन वर्मा और साथ में अपर पुलिस उपायुक्त पश्चिम चिरंजीव नाथ सिन्हा ने केंद्र का उद्घाटन किया। 24 घंटे सुनवाई की जाएगी। सहायता केंद्र के लिए एक दरोगा, चार सिपाहियों की टीम तैनात की गई है। पत्रकारों को संबोधित करते हुए एडीसीपी चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि समाज के थर्ड जेंडर समुदाय को खुलकर अपनी बात रखने के लिए यह सहायता केंद्र बनाया गया है। यहां पर ट्रांसजेंडरों की शिकायत मिलते ही जांच शुरू कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए महिला दरोगा संगम यादव को नियुक्त किया गया है। जिनके सहयोग में चार सिपाहियों की तैनाती की गई है। इन नंबर पर करें शिकायत प्रभारी निरीक्षक अजय नारायण सिंह के मुताबिक, यह सहायता केंद्र 24 घंटे खुलेगा। किसी भी प्रकार की समस्या के निस्तारण के लिए मोबाइल नंबर 9454403857 व 7839861094 पर भी पीड़ित शिकायत दर्ज करा सकता है। इसके बाद नियमानुसार कार्रवाई होगी। केंद्र का यह होगा काम प्रभारी निरीक्षक के मुताबिक, किन्नर कल्याण बोर्ड की पहली बैठक 19 अप्रैल को हुई थी। इस बैठक ने ट्रांसजेंडरों के लिए प्रदेश के हर थाने पर अलग से सेल बनाने का फैसला लिया गया था। इस सेल का काम ट्रांसजेंडरों के साथ होने वाले अपराध की निगरानी, समय से उनकी शिकायतों पर कार्रवाई, मुकदमा दर्ज करने व न्याय दिलाने का काम होगा। सभी थानों में खोलने का हुआ आदेश डीसीपी पश्चिम सोमेन वर्मा के मुताबिक, डीजीपी मुख्यालय से इस बात का आदेश जारी किया गया था कि सभी थानों पर ट्रांसजेंडरों के लिए अलग से सुरक्षा सेल का गठन किया जाए। इस आदेश के क्रम में लखनऊ के कैसरबाग थाने में यूपी का पहला ट्रांसजेंडर सेल शुरू किया जा रहा है। ट्रांसजेंडर सेल को शुरू करने की जिम्मेदारी पश्चिमी जोन के एडीसीपी चिरंजीव नाथ सिन्हा को दी गई थी। बृहस्पतिवार को कैसरबाग थाने में इसकी शुरुआत की गई।
संवाददाता इरफान कुरेशी