सचिन पाण्डेय
उन्नाव। गंगा का जलस्तर में कई दिनों से गिरावट दर्ज की जा रही थी। लेकिन एक बार फिर जलस्तर में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। 24 घंटे के भीतर पांच सेंटीमीटर जलस्तर में केन्द्रीय जल आयोग ने बढ़ोत्तरी दर्ज की है। पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में बारिश होने के कारण जलस्तर में फिर से बढ़ोत्तरी के आसार है। कई मोहल्लों में बने घरों के आस-पास बाढ़ का पानी भरने से लोगों के सामने आवागमन की दिक्कत खड़ी हो गई है। केन्द्रीय जल आयोग के अनुसार सोमवार शाम पांच बजे 110.590 मीटर दर्ज किया गया था। जिसके बाद मंगलवार दोपहर एक बजे 110.640 मीटर पहुंच गया, जो शाम छह बजे तक स्थिर रहा। बुधवार को भी घटने के बाद फिर से जलस्तर में बढ़ोत्तरी होने से तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों को फिर से बाढ़ का खतरा सताने लगा है। तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों ने बताया कि बाढ़ का पानी तो निकल गया है। लेकिन घरों के आस पास गंदा पानी भरा होने से मच्छरों की भरमार है। ऐसे में संक्रामक बीमारियां पनप सकती हैं। बुधवार सुबह तक बढ़ रहे जलस्तर के कारण गोताखोर, शाही नगर, मोम्मद नगर, चंपापुरवा, मनसुख खेड़ा, कर्बला आदि तटीय क्षेत्रों में बाढ़ का पानी घरों के आस-पास भर गया है। इसके कारण वहां पर रहने वाले लोगों को आवागमन के लिए नाव का सहारा लेना पड़ रहा है।जलस्तर बढ़ने से पहले ही कई अन्य परिवारों ने पलायन चुके है। दूसरी जगहों पर शिफ्ट हो गए है। फिलहाल अभी जलस्तर ओर बढ़ने के पूरे आसार है जिससे प्रशासन भी तैयारियों में जुटा है।