रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए तीनों सेनाओं के प्रमुख दृढ़ता से डटे हुए हैं वहीं इस बीच सेना ने साझा प्रेस वार्ता कर इस योजना के बारे में एक बार फिर से विस्तार से जानकारी दी है। सैन्य मामलों के विभाग के अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अरुण पुरी ने कहा कि काफी विचार-विमर्श करके यह योजना लाई गई है। योजना का उद्देश्य युवाओं के जोश-होश के बीच तालमेल बना रहे
और वही भारतीय वायुसेना ने अग्निपथ योजना के तहत भर्ती करने के लिए विवरण जारी किया है। विवरण में वायुसेना ने बताया है कि अग्निपथ सशस्त्र बलों के लिए एक नई मानव संसाधन प्रबंधन योजना है। उम्मीदवारों को सशस्त्र बलों में आगे नामांकन के लिए चुने जाने का कोई अधिकार नहीं होगा। चयन सरकार का अनन्य क्षेत्राधिकार होगा। मेडिकल ट्रेडमैन को छोड़कर भारतीय वायु सेना के नियमित कैडर में एयरमैन के रूप में नामांकन केवल उन्हीं कर्मियों को दिया जाएगा, जिन्होंने अग्निवीर के रूप में अपनी सेवा की अवधि पूरी कर ली है।
यह प्रमुख बाते :
- चार साल के लिए वायुसेना में भर्ती।
- हर साल 30 दिन की छुट्टी मिलेगी।
- सिक लीव भी मिलेगा।
- हर महीने 30 हजार की सैलरी।
- हर साल इन्क्रीमेंट।
- रिस्क, ट्रेवल, ड्रेस और हार्डशिप अलाउंस।
- कैंटीन सुविधा और मेडिकल सुविधा।
- चार साल के बाद अग्निवीरों को 10.04 लाख सेवा निधि के रूप में।
- असम राइफल्स और सीएपीएफ में नौकरियों में वरीयता।
- शहादत पर परिवार को बीमा समेत करीब एक करोड़ की राशि।
- विकलांगता पर एक्स-ग्रेशिया और बची हुई नौकरी की सैलरी और सेवा निधि।
- वायुसेना की गाइडलाइंस के अनुसार ऑनर और अवॉर्ड।