सचिन पाण्डेय
उन्नाव। बांगरमऊ नगर के नानामऊ मार्ग पर कल्याणी नदी के निकट स्थित एक बैंक्वेट हाल में इंडिया गठबंधन के समर्थन में आयोजित पीडीए चौपाल में सपा पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लौटन राम निषाद ने कहा कि दलितों और पिछड़ों को गुमराह करने के लिए भाजपा सरकार रेवड़ियों की तरह भारत रत्न बांट रही है। उन्होंने आगाह किया कि यदि इस बार लोकसभा चुनाव में चूक हुई तो भाजपा आरक्षण और संविधान दोनों समाप्त कर देगी।
सपा पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष निषाद ने दावा किया कि राज्यसभा चुनाव के दौरान पीडीए विरोधी सपा में मौजूद कचड़ा साफ हो चुका है। अब पार्टी में पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों के हितैषी रह गए हैं । जो पार्टी को मजबूती प्रदान करने का काम करेंगे।निषाद ने कहा कि वर्ष 2013 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते थे कि मैं गरीब बाप का बेटा हूं और मैं पिछड़े वर्ग से आता हूं । लेकिन जब वह सत्ता में आये तो उन्होंने उच्च वर्ग के चंद उद्योगपतियों के खजाने भरने का काम किया । उन्होंने कहा कि हकीकत तो यह है कि नरेंद्र मोदी 2001 से पहले पिछड़ा वर्ग में आते ही नहीं थे। वास्तव में आरएसएस ने ही नरेंद्र मोदी की जाति को पिछड़ा वर्ग घोषित किया। उन्होंने कहा कि आज अखिलेश यादव का ही नहीं बल्कि इंडिया गंठबंधन का नारा है कि जिसकी जितनी संख्या भारी, उतनी उसकी हिस्सेदारी। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रति माह मिलने वाली समाजवादी पेंशन के पांच सौ रुपए भाजपा सरकार बन्द कर उन्हें मात्र 5 किलो राशन देकर भटकाने का काम कर रही है।
सपा नेता एवं विधानसभा प्रभारी डॉ मुन्ना अल्वी ने कहा कि आज मात्र 15 फीसदी लोग 85 फीसदी लोगों पर राज कर रहे हैं। साथ ही हर रोज संविधान को तोड़ने और बदलने का प्रयास चल रहा है। पिछड़ों और दलितों को गुलाम बनाने के लिए नौकरियों में आरक्षण खत्म किया जा रहा है। इनसे होशियार रहना है। उन्होंने आगाह किया कि 2024 के चुनाव में सजगता न बरती तो आपके वोट का अधिकार भी छीना जा सकता है। अंत में निषाद ने संविधान की प्रस्तावना पढ़कर कार्यकर्ताओं को इंडिया गठबंधन की प्रत्याशी अन्नू टण्डन को विजयी बनाने की शपथ दिलाई। चौपाल की अध्यक्षता डॉक्टर चंद्रपाल यादव तथा संचालन रमेश चंद्र यादव ने किया। चौपाल में घनश्याम कनौजिया , यशोदा निषाद ,राजेश पटेल , जाहिद खान , साबिर अल्वी , हरिकिशन निषाद , रामऔतार निषाद , नत्थालाल निषाद , रामचंद्र निषाद , भारत निषाद , राम भजन निषाद , रामकुमार , अखिलेश यादव , मुलायम सिंह यादव , मिथिलेश राजपूत , अरुण यादव , दिनेश निषाद , देवी चरण निषाद, कय्यूम, नरेंद्र चौरसिया व रामनरेश यादव सहित सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल रहे।।