सचिन पाण्डेय
उन्नाव। थाना क्षेत्र अचलगंज के ग्राम बेथर का मामला प्रकाश में आया है ,जिसमें पीड़ित परिवार ग्राम बेथर लेखपाल आकांक्षा मिश्रा से पीड़ित होकर पीड़ित ने डीएम साहब की चौखट पर आमरण अनशन करने को मजबूर हुआ। आकांक्षा मिश्रा ग्राम,बेथर की लेखपाल होते हुए अपने कार्यकाल में कई बार अधिकारियों के द्वारा फटकार लगाने के बावजूद भी अपनी कार्यशैली से सुधारने से बाज नहीं आ रही है जिससे परेशान होकर पीड़ित परिवार ने डीएम साहब की चौखट पर धरना दिया।
चाहे ग्राम में किसी जमीन की पैमाइश को लेकर लेखपाल के पास जब फरियादी पहुंचता है तो आकांक्षा बिना लेनदेन के कोई भी काम नहीं करती हैं उल्टा महिला होने का गुरुर भी उन पर हावी रहता है जिसके कारण कोई भी व्यक्ति उनकी शिकायत करने में डरता है लेकिन इस पीड़ित को सौ तोपों की सलामी जो अपने ऊपर हुए अन्याय को लेकर आमरण अनशन करने को मजबूर हुआ। किसी की जान चली जाए आमरण अनशन से, कोई मानसिक विक्षिप्त हो जाए अनशन से किसी के मान सम्मान को क्षति पहुंचे परंतु अपनी कार्यशैली से काम करने का तरीके से गुरेज नहीं करती, ग्राम में बन रही घराेनियों को लेकर जाने कितने मामलों में लेखपाल आकांक्षा की संदिग्ध कार्यशैली सामने आएगी अगर सही से जांच हो जाए, यह तो एक नमूना भर है अगर मीडिया और अधिकारी सही से जांच करें तो प्याज की छिलकों की तरह काले करनामें आकांक्षा के सामने आएंगे। अब देखना यह है की लेखपाल आकांक्षा के ऊपर शासकीय कार्रवाई होती है या इस पर पर्दा डाल दिया जाएगा यह समय के गर्भ में है ।