सचिन पाण्डेय
उन्नाव । जिला अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में डॉक्टरो के द्वारा आपरेशन के नाम पर मरीजों से पैसे लेने के विरुद्ध धरने में बैठे विमल द्विवेदी आज सरकारी उमाशंकर दीक्षित जिला अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर पर भर्ती मरीजों से आपरेशन के नाम पर पैसा लेने की शिकायत पर विमल द्विवेदी मुख्य चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे।
उन्होंने बताया कि रामनाथ पुत्र रामपाल निवासी सिरस चेरे तहसील हसन गंज थाना आसीवन द्वारा फोन पर अवगत कराया गया कि उसका एक्सीडेंट दिनांक 12 सितंबर 2023 को अरोडा रिजॉर्ट कब्बा खेड़ा के सामने हुआ था उसी दिन से वो जिला अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर के कमरा नंबर 9 वा बेड नंबर 6 में भर्ती है जिसका उपचार डॉक्टर तुषार द्वारा किया जा रहा था डॉक्टर तुषार द्वारा ऑपरेशन के नाम पर₹25000 की मांग की गई थी जिसको दे पाने में असमर्थता जताए जाने पर 14000 रुपए डॉक्टर तुषार को उसके बहनोई होरीलाल द्वारा दिए गए थे जिस पर डॉक्टर तुषार द्वारा बृहस्पतिवार को ऑपरेशन करने को कहा गया था लेकिन एक दिन पूर्व डॉक्टर तुषार द्वारा ₹10000 की और मांग की गई जिसको न देपाने असमर्थता रामनाथ द्वारा जताई गई जिस पर डॉक्टर तुषार द्वारा उसे वहां से जाने को कहा गया वह अपना इलाज अन्य जगह करने को बोला गया रामनाथ द्वारा जो 14000 रुपए दिए गए थे उसके बारे में पूछा तो डॉक्टर तुषार द्वारा अपने खाते से रामनाथ के खाते में ₹3000 वापस किया जिसका स्कीन शाट अधिकारियो को उपलब्ध कराया गया है इसकी जानकारी पर हिंदू जागरण मंच के प्रांतीय मंत्री व नर सेवा नारायण सेवा के संस्थापक विमल द्विवेदी द्वारा मौके पर जाकर रामनाथ सहित अन्य मरीजों से बात की तो पता चला की रामनाथ के अलावा भी वहा भर्ती अन्य मरीजों से सबी 12 से 14000 रुपए लिए गए हैं जिसके बयान उक्त मरीजो के परिजनों द्वारा दिया गया है बात की शिकायत लेकर जब वो मुख्य चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय पहुंचे तो पता चला कि वो छुट्टी पर हैं कोई जिम्मेदार अधिकारी न मिलने पर विमल द्विवेदी आधा दर्जन मरीजों के साथ धरने पर बैठ गए किसका संज्ञान लेते हुए जिला अधिकारी द्वारा अपने प्रतिनिधि के रूप में नगर मजिस्ट्रेट को जिला अस्पताल भेजा जिस पर विमल द्विवेदी द्वारा दोषी डाक्टर तुषार चौरसिया सहित मुख्य चिकित्सा अधीक्षक पर कार्यवाही की मांग को लेकर मुख्य मंत्री वा जिला अधिकारी को संबोधित ज्ञापन दिया वा जिन मरीजों से पैसे लिए गए हैं उन्हें वापस कराने की मांग की गई। उनके साथ सुरेश सिंगर मनीष अवस्थी मनीष मिश्रा राघवेंद्र पांडे विकास सेंगर, शिवम, शिव सेवक,सहित दो दर्जन से अधिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे ।